Aligarh News: 12 घंटे में लाइट सही नहीं की तो 50 रुपये प्रतिदिन जुर्माना, सितंबर से शुरू हो सकती है व्यवस्था
नोएडा के बाद अलीगढ़ भी पथ प्रकाश व्यवस्था को ऑटोमेटेड करने वाला जिला बनेगा। शहर की स्ट्रीट लाइटें सेंट्रल कंट्रोल मॉनिटरिंग सिस्टम से जलेंगी और बंद होंगी। खराब लाइटों को 12 घंटे में ठीक किया जाएगा ऐसा न होने पर जुर्माना लगेगा। शहर को चार जोन में बांटा गया है और प्रत्येक जोन में 8 करोड़ रुपये से व्यवस्था होगी। नागरिकों को ऊर्जा की बचत और बेहतर प्रकाश व्यवस्था मिलेगी।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। नोएडा के बाद अलीगढ़ भी पथ प्रकाश व्यवस्था को ऑटोमेशन के जरिए संचालित करने वाला जिला बनेगा। सेंट्रल कंट्रोल मानीटरिंग सिस्टम से शहर की स्ट्रीट लाइट जलेंगी व बंद होंगी। सभी लाइटों को नगर निगम के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा। इससे देखा जा सकेगा कि कहां, कितनी लाइट खराब हुई हैं।
इनको 12 घंटे में सही करने की व्यवस्था होगी। इस व्यवस्था की जिम्मेदारी एजेंसी को दी जाएगी। 12 घंटे में लाइट सही नहीं की गई तो प्रतिदिन 50 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा।
नई व्यवस्था के तहत एजेंसी से सर्विस लेवल एग्रीमेंट किया जाएगा। शहर में सौ प्रतिशत स्ट्रीट लाइट जलना अनिवार्य होगा। 98 प्रतिशत से कम लाइट जलने पर नगर निगम एजेंसी पर जुर्माना लगाएगा।
नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि 32 करोड़ रुपये से पथ प्रकाश लाइट की व्यवस्था सुधारी जाएगी। शहर को चार जोन में बांटा गया है। प्रत्येक जोन में आठ करोड़ रुपये से व्यवस्था होगी। स्ट्रीट लाइटों के संचालन व रखरखाव के लिए ई-निविदा आमंत्रित की जा चुकी हैं।
ये निविदा पांच वर्षों की एएमसी अनुबंध अवधि के लिए होगी, जिसे आगे दो वर्षों तक बढ़ाया भी जा सकेगा। स्ट्रीट लाइट के बंद होने, धीमी जलने पर इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर से नजर रखी जाएगी। खराबी आने पर तत्काल सूचना दी जाएगी।
मेयर प्रशांत सिंघल ने बताया कि प्रत्येक जोन में लाइटों की निगरानी के लिए सेंट्रल कंट्रोल मानीटरिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इससे पता चल सकेगा कि किस वार्ड में कौन व कितनी लाइटें बंद हैं। सभी चारों ज़ोन के लिए अलग-अलग ई-निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।
ताकि उच्च कोटि की प्रतिस्पर्धा में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियां प्रतिभाग कर सकें। एलईडी स्ट्रीट लाइटों के बेहतर संचालन से नागरिकों को ऊर्जा की बचत, बेहतर प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा का लाभ मिलेगा।
नगर निगम का प्रयास है कि आधुनिक तकनीकी के उपयोग से नगर निगम सीमा का कोना-कोना जगमगाएगा। इस व्यवस्था से शहर की लाइट व्यवस्था और अधिक प्रभावी बनेगी।
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