Updated: Thu, 25 Sep 2025 12:34 PM (IST)
अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती सुमित को अभी तक यह नहीं बताया गया है कि कार दुर्घटना में उसके दोस्तों की मृत्यु हो गई है। वह बार-बार अपने दोस्तों के बारे में पूछता है। सुमित अपने मौसेरे भाई के साथ ढाबे से कार में सवार हुआ था। मंगलवार को दिल्ली-कानपुर हाईवे पर हुए हादसे में उसके चार दोस्तों और कैंटर चालक की मृत्यु हो गई थी।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ । जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती सुमित कार हादसे में दोस्तों के जान गंवाने की घटना से अनजान है। स्वजन ने उसे दोस्तों की मृत्यु के बारे में नहीं बताया है। बार-बार वो उनके बारे में पूछता भी है।
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सुमित कार में ढाबे से अपने मौसरे भाई के साथ सवार हुआ था। दिल्ली-कानपुर हाईवे पर अकराबाद क्षेत्र में गोपी फ्लाईओवर पर मंगलवार को हादसे में कार सवार चार दोस्तों व कैंटर चालक की जलकर मृत्यु हो गई थी।
कार में हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र के भूतेश्वर कालोनी निवासी अतुल, सिकंदराराऊ के मुहल्ला बजरिया निवासी देव, सिकंदराराऊ के कासगंज रोड निवासी हर्षित, सिकंदराराऊ के ब्रह्मपुरी तहसील रोड निवासी मयंक उर्फ मोनू व हरदुआगंज के गांव माछुआ निवासी सुमित सवार थे।
सुमित की जान बची
कार सवारों में सुमित की ही जान बची थी। उसे राहगीर युवक ने कार से निकाल लिया था। कैंटर चालक एटा के निधौली कलां क्षेत्र के कुंवरपुर निवासी राजेश की जान चली गई थी।
जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती सुमित ने बताया कि सभी ने फैज का जन्मदिन मनाया था। वो तो अपने घर चला गया। इसके बाद हर्षित, मयंक और देव कार में घूमे। सुबह चार बजे वह हमारे पास ढाबे पर आए। मैं और अतुल भी उनके साथ कार में चल दिए। सभी कार से एटा की ओर गए। वहां से लौटते समय फिरोजाबाद मोड़ पर डीजल खत्म हो गया।
मयंक डीजल लेकर आया। इसके बाद सभी अलीगढ़ की ओर चल गए। कार को पहले देव चला रहा था। फिर अतुल ने चलाई। जब घटना हुई तब मयंक चला रहा था। हादसा कैसे हुआ उसे कुछ नहीं पता।
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