कमिश्नर ऑफिस से जारी करता था लेटर! अलीगढ़ में मंडलायुक्त के नाम से फर्जी पत्र भेजने वाले न्याय सहायक को जेल
अलीगढ़ में मंडलायुक्त के नाम से फर्जी पत्र जारी करने के मामले में न्याय सहायक नवीन जैन को गिरफ्तार किया गया है। उस पर बन्नादेवी के भूखंड पर कब्जे से जुड़े मामले में फर्जी पत्र जारी करने का आरोप है। विभागीय जांच के बाद क्वार्सी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। कमिश्नरी कार्यालय से मंडलायुक्त के नाम से फर्जी पत्र जारी होने के मामले में न्याय सहायक नवीन जैन के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। विभागीय जांच के आधार पर उसके खिलाफ क्वार्सी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें नवीन पर बन्नादेवी के भूखंड पर कब्जे से जुड़े मामले में मंडलायुक्त की ओर से पत्र जारी करने का आरोप है।
इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से जेल भेज दिया गया। नवीन पर कई और फर्जी पत्र जारी करने का आरोप है।
मंडलायुक्त कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी ने क्वार्सी थाने में दर्ज कराया केस
बन्ना देवी के सारसौल इलाके की 1260 वर्गगज जमीन पर कब्जे से जुड़े एक मामले में जिला प्रशासन और पुलिस के लिए कमिश्नर कार्यालय से एक फर्जी आदेश पत्र जारी किया था। विपक्षी पक्ष ने कमिश्नर से इसकी शिकायत की। जांच में भी वह पत्र फर्जी पाया गया। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद नवीन जैन को कमिश्नर कार्यालय से हटाकर उनके मूल तैनाती स्थल अतरौली भेज दिया गया था।
कई और पत्र जारी करने का आरोप, जांच में जुटी पुलिस
मंडलायुक्त के निर्देश पर जांच रिपोर्ट के आधार पर मंडलायुक्त कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी संजय गौड़ ने क्वार्सी थाने में नवीन जैन के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी संबंधी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने सुबह ही नवीन जैन को अतरौली से गिरफ्तार कर लिया। दोपहर में रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेशी के बाद जेल भेज दिया गया।
क्वार्सी इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि आरोपित को जेल भेज दिया है। आयुक्त कार्यालय से मिले साक्ष्यों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
हाथरस और एटा के लिए भी जारी किए फर्जी पत्र
नवीन पर एक ही नहीं कई और फर्जी पत्र जारी करने का आरोप है। मंडलायुक्त कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी संजय गौड़ ने दर्ज कराए मुकदमा में यही आरोप लगाया है। अपर आयुक्त की जांच रिपोर्ट का हवाला भी दिया है। इसके अलावा एक पत्र पवन कुमार तिवारी एटा के संदर्भ में भी उनके द्वारा जारी किया गया है।
एक पत्र हाथरस के डीएम एसपी को भी जारी किया गया। जिसमें एसपी अभिसूचना आगरा के पत्र का हवाला देते हुए सासनी तहसील से संबंधित प्रकरण में निर्देशित किया गया है। जिस पर मंडलायुक्त के डिजिटल हस्ताक्षर हैं। इस तरह जांच में नवीन जैन द्वारा कई पत्र जारी होना पाया गया। जांच रिपोर्ट में उल्लेख है कि न्याय सहायक ने पद व कार्यालय का दुरुपयोग कर यह फर्जी आदेश पत्र जारी किए हैं। नवीन पर आरोप है कि यह सब उसने लाभ प्राप्त करने के लिए किया।
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