AMU में क्रिकेट के लिए 'अल फलाह यूनिवर्सिटी' की टीम ने की एंट्री, दिल्ली ब्लास्ट के बाद चर्चा में आया था नाम
एएमयू में होने वाले नॉर्थ ज़ोन इंटर-यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट में अल-फलाह यूनिवर्सिटी की टीम भी हिस्सा ले रही है। रिपोर्ट के अनुसार, इस यूनिवर्सिटी का नाम उन डॉक्टरों से जुड़ा बताया गया है, जिनमें डॉ. उमर भी शामिल हैं। ये तीनों अल-फलाह यूनिवर्सिटी की मेडिकल फैकल्टी में थे। खबर के मुताबिक, 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट में डॉ. उमर की मौत हुई, जबकि अन्य को सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(एएमयू) में होने जा रहे नार्थ जोन इंटरयूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट में अल-फलाह यूनिवर्सिटी की टीम ने भी इंट्री की है। ये वही यूनिवर्सिटी है जिससे आतंकी डा. उमर व अन्य जुड़ाव रहा है। उमर सहित तीन डाक्टर इसी यूनिवर्सिटी के मेडिकल फैकल्टी थे। दिल्ली के लाल किला के पास 10 नवंबर को हुए ब्लास्ट में उमर भी मारा गया। अन्य को सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। सुरक्षा एजेंसी यूनिवर्सिटी को मिलने वाली फंडिंग आदि की जांच में जुटी हैं।
22 नवंबर से टूर्नामेंट का शुभारंभ
एएमयू में 22 नवंबर से टूर्नामेंट का शुभारंभ होगा। यूनिवर्सिटी में कई साल से टूर्नामेंट नहीं हुआ है। जिसे लेकर आयोजकों में उत्साह है। सबसे पहले 17 सितंबर को गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी हरिद्वार की इंट्री आई थी। इसके बाद 18 सितंबर को अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने इंट्री की। राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी सहित अभी तक 84 टीम में इंट्री कर चुकी हैं। अल-फलाह यूनिवर्सिटी के टूर्नामेंट में शामिल होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एमएयू क्रिकेट कोच फैसल शेरवानी का कहना है कि एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआइयू) का जो फैसला होगा उसी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
एएमयू छात्र को लेकर छानबीन में जुटीं एजेंसीं
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र डा.यासिर हुसैन के दिल्ली विस्फोट मामले में कानपुर से पकड़े गए डा. आरिफ मीर के करीबी होने के चलते सुरक्षा एजेंसियां छानबीन में जुट गई हैं। डा.यासिर हुसैन एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज में एमडी कार्डियालोजी का छात्र है। जुलाई में ही उसने दाखिला लिया था। सिविल लाइन क्षेत्र में वह रहता है। यासिर ने ही आरिफ को कानपुर के अशोकनगर में किराए पर कमरा दिलाया था।
खुद सवा महीने कानपुर रुकने के बाद जेएन मेडिकल कालेज आ गया। इस खुलासे के बाद एजेंसियां अब यासिर का विवरण जुटाने में लगी हैं। आरिफ मीर को दिल्ली धमाके में आतंकी उमर का सहपाठी होने के चलते हिरासत में लिया गया है। डा. यासिर हुसैन को नीट-सुपर स्पेशियलिटी की पहली काउंसिलिंग में कानपुर की एलपीएस कार्डियोलाजी इंस्टीट्यूट में प्रवेश मिला था, लेकिन दूसरी काउंसिलिंग में उसने अलीगढ़ विकल्प दे दिया।
कार्डियोलाजी से मिली जानकारी के मुताबिक डा. यासिर कार्डियोलाजी में एक-सवा महीना ही रहा है। फ्लैट में आरिफ के साथ रहने वाले डा. अभिषेक ने बताया कि डा. यासिर ने ही अशोकनगर के फ्लैट में डा. आरिफ को कमरा दिलाने के लिए कहा था। खुफिया एजेंसियां डा. यासिर का भी ब्योरा जुटा रही हैं।

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