यूपी के इस जिले में बिक रहा मिलावटी समोसा... नमूना फेल, सिंथेटिक रंग सूडान डाई की मिलावट से अफसर भी हैरान
अलीगढ़ में समोसे के एक नमूने में हानिकारक रंग की मिलावट पाई गई है। खाद्य सुरक्षा विभाग के अनुसार यह सिंथेटिक रंग सूडान डाई है जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। कारोबारी ने नमूने की दोबारा जांच की अपील की है जिसके बाद विभाग ने नमूना फिर से प्रयोगशाला भेजा है। अब उपभोक्ताओं को रिपोर्ट का इंतजार है। मिलावट की आशंका लाल मिर्च पाउडर में की गई है।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। शहर के लोग समोसे के स्वाद को खूब पसंद करते हैं, लेकिन जब इसमें जहर जैसी मिलावट सामने आए तो चिंता होना लाजिमी है। ऐसा ही एक मामला अब शहर का सामने आया है। यहां तालानगरी से लिए गए समोसे के नमूने में हानिकारक रंग की मिलावट की पुष्टि हुई है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) के अधिकारियों का दावा है कि यह पहला मामला है, जब जिले में समोसे का नमूना फेल हुआ है। नमूना फेल होने पर कारोबारी ने पुन प्रयोगशाला से जांच कराए जाने की अपील की है। अब विभाग को रिपोर्ट आने का इंतजार है।
एफएसडीए का दावा है कि समोसे में मिलाया गया था खतरनाक रंग सूड़ान डाई
सहायक आयुक्त खाद्य डॉ. दीनानाथ यादव ने बताया कि पिछले दिनों तालानगरी सेक्टर-1 स्थित कारोबारी घनेंद्र शर्मा के यहां से समाेसे का नमूना लिया गया था। इसके बाद इसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया, लेकिन यहां इसकी रिपोर्ट असुरक्षित श्रेणी में आई है। इसमें सिंथेटिक रंग सूडान डाई की मिलावट पाई गई है। आशंका है कि यह मिलावट लाल मिर्च पाउडर में की गई होगी। इसी मिर्च का उपयेाग समोसे में किया गया।
कारोबारी ने अब नमूने की पुनः जांच कराए जाने का दिया गया था प्रार्थना पत्र
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सूडान डाई का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। यह रंग खाद्य सामग्री में प्रयोग करने के लिए प्रतिबंधित है। ऐसे में अब इस जांच रिपोर्ट ने उपभोक्ताओं को चिंता में डाल दिया है।
हालांकि, कारोबारी ने नमूने की पुन जांच कराए जाने की अपील की है। इसके बाद विभाग ने इसे फिर से प्रयोगशाला भेजा है। अब दोबारा आने वाली रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।