एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा, माहवारी पर पुराने मिथक तोड़े समाज
प्रसिद्ध ‘द लक्ष्मी फाउंडेशन’ की संस्थापक लक्ष्मी अग्रवाल अपनी टीम के साथ अलीगढ़ पहुंचीं। यहां अमीर निशा के पास स्लम एरिया में मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूकता अभियान चलाया। हिंदी फीचर फिल्म ‘छपाक’ लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर ही बनी है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। दुनिया के कई हिस्सों की तरह भारत में भी मासिक धर्म (माहवारी) होने पर महिलाओं व लड़कियों को अशुद्ध मान लिया जाता है। उनके स्वास्थ्य और यौन स्वच्छता के इस अहम मुद्दे को नजरअंदाज कर दिया जाता है, जो उचित नहीं। पुराने मिथक व भ्रांतियों को अब तोड़ना होगा। एक महिला की गरिमा से जुड़े इस विषय पर चुप्पी ठीक नहीं। शुरुआत हमें घर से करनी होगी। यह संदेश शुक्रवार को एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल ने दिया।
प्रसिद्ध ‘द लक्ष्मी फाउंडेशन’ की संस्थापक लक्ष्मी अग्रवाल अपनी टीम के साथ अलीगढ़ पहुंचीं। यहां अमीर निशा के पास स्लम एरिया में मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूकता अभियान चलाया। हिंदी फीचर फिल्म ‘छपाक’ लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर ही बनी है, जिसमें दीपिका पादुकोण ने उनके किरदार को निभाया। इसके बाद लक्ष्मी अग्रवाल और चर्चा में आ गईं। उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर अच्छे मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के महत्व को उजागर करने के लिए हर साल 28 मई को ‘मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ मनाया जाता है। फाउंडेशन एसिड अटैक पीड़ितों की मदद और महिला सशक्तिकरण के लिए काम करती है। लक्ष्मी ने अपनी टीम के साथ झुग्गी-झौंपड़ी में रहने वाली महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता किट का वितरण किया।
लक्ष्मी ने कहा, किट वितरण का उद्देश्य मासिक धर्म स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाना है। इसमें पर्यावरण के अनुकूल सैनिटरी नैपकिन और मासिक धर्म स्वच्छता से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है। हम चाहते हैं कि हर लड़की और महिला इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ें।
इस मौके पर अमर राय,अखिल सागर, अलीगढ़ हेल्पलाइन के राज सक्सेना, आस्था शर्मा, अदीबा सलीम, शाजिद,आंनद वर्धन आदि उपस्थित रहे।