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    DS बाल मंदिर में क्रिसमस कार्यक्रम पर ABVP का हंगामा, गैर-शैक्षणिक धार्मिक गतिविधियों पर रोक की मांग

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 04:09 PM (IST)

    अलीगढ़ के डीएस बाल मंदिर में क्रिसमस कार्यक्रम को लेकर एबीवीपी ने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने विद्यालय के गेट पर नारेबाजी की और कार्यक्रम को गैर-शै ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। डीएस बाल मंदिर में प्रस्तावित ‘क्रिसमस डे’ कार्यक्रम को लेकर सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) अलीगढ़ महानगर इकाई ने जोरदार प्रदर्शन किया।

    कार्यकर्ताओं ने विद्यालय के मुख्य गेट पर करीब आधे घंटे तक नारेबाजी कर कार्यक्रम को गैर-शैक्षणिक धार्मिक कृत्य बताते हुए तत्काल निरस्त करने की मांग की। अभाविप का आरोप है कि छात्रों को एक विशेष धार्मिक पंथ से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने के लिए बाध्य किया जा रहा है, जो भारतीय शिक्षा व्यवस्था के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।

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    प्रदर्शन के दौरान विद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए गए। इसी बीच प्रधानाचार्य रचना गुप्ता द्वारा दिया गया कथित बयान- “अभी दस मिनट में सब शांत हो जाएगा, प्रधानमंत्री आ रहे हैं”—कार्यकर्ताओं के आक्रोश का कारण बन गया। इसके बाद नारेबाजी और तेज हो गई।

    अभाविप के विभाग संगठन मंत्री विश्वेंद्र जी ने चेतावनी दी कि यदि कार्यक्रम आयोजित किया गया तो परिषद उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी। महानगर मंत्री पीयूष भारद्वाज ने कहा कि जिस संस्था की स्थापना भारतीय संस्कृति और मूल्यों के संरक्षण के लिए हुई हो, वहां किसी एक धर्म विशेष से जुड़ी गतिविधियों को छात्रों पर थोपना अनुचित है। महानगर सह-मंत्री जतिन आर्य ने भी छात्रों को सांता क्लॉज़ की पोशाक पहनने के लिए बाध्य करने का विरोध किया।

    प्रदर्शन के बाद अभाविप के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपा। बातचीत के दौरान प्रधानाचार्य के एक अन्य कथित बयान को अभाविप ने देशविरोधी बताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया।

    परिषद ने तीन प्रमुख मांगें रखीं- क्रिसमस डे कार्यक्रम को तत्काल रोका जाए, भविष्य में किसी भी धर्म विशेष से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन न हो और विद्यालय केवल भारतीय संस्कृति, नैतिकता व शिक्षा पर केंद्रित रहे। अंत में प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपते हुए कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि मांगें नहीं मानी गईं तो लोकतांत्रिक तरीके से बड़ा आंदोलन किया जाएगा।