गांवों में 'पंच परमेश्वर' लिख रहे विकास की नई इबारत
गांवों के विकास में प्रधान की भूमिका सबसे अहम होती है। प्रधान अपनी पंचायत के सदस्यों व सचिव के साथ मिलकर गांव के विकास की रूपरेखा तैयार करता है। मुंशी प्रेमचंद्र ने भी इन्हें पंच परमेश्वर बताया है।

सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़ । किसी भी गांव के विकास के लिए प्रधान की भूमिका अहम होती है। वह बिना विकास कार्य कराकर गांव को पहचान दिलाता है। इसलिए कालजयी कथाकार मुंशी प्रेमचंद्र ने भी इन्हें 'पंच परमेश्वर' बताया है। 'पंच परमेश्वर' गांवों में विकास की नई इबारत लिख रहे हैं। नाली, खड़ंजा के साथ स्मार्ट स्कूल, सचिवालय, पुस्तकालय, ओपन जिम, बच्चा पार्क समेत अन्य सुविधाओं के लिए मेहनत कर रहे हैं। कूड़ा निस्तारण व जल संरक्षण पर भी काम हो रहा है।
पांच साल के लिए चुना जाता है प्रधान
ग्राम पंचायत में पांच साल के लिए प्रधान चुना जाता है। प्रधान अपनी पंचायत के सदस्य व सचिव के साथ विकास की रूपरेखा बनाता है। अफसर विकास कार्यों की निगरानी करते हैं। सरकार ने पिछले कुछ सालों से पंचायतों में विकास के लिए खजाना खोल दिया है। पंचायतें इसका सदुपयोग नहीं कर पा रही थीं। पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बाद कुछ सुधार तो हुआ है, लेकिन फिर भी प्रधान नाली-खड़ंजा में ही फंस कर रह गए थे।
अब हो रहा है बदलाव
दो साल से पंचायतों में बदलाव दिखाई दे रहे हैं। अफसर व प्रधान विकास कार्यों के लिए जूझते नजर आ रहे हैं। नाली-खड़ंजा के साथ अन्य आधुनिक सुविधाओं पर काम हो रहा है। पुस्तकालय, रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग, ओपन जिम, हर्बल गार्डन, कंपोस्ट पिट, सोख्ता गड्ढा, बच्चा पार्क पर काम हो रहा है। सामुदायिक शौचालय, तालाब, पंचायत भवन पर काम हो रहा है। अधिकांश पंचायतों में सभी सुविधाएं उपलब्ध हो गई हैं।
सक्रियता से मिली रफ्तार
पंचायतों में विकास की रफ्तार के लिए प्रधानों के साथ पंचायत सचिव, एडीओ, डीपीआरओ व सीडीओ की भी अहम भूमिका है। सीडीओ अंकित खंडेलवाल हर सप्ताह पंचायतों में विकास कार्यों की समीक्षा करते हैं। डीपीआरओ धनंजय जायसवाल भी समय-समय पर निकलते हैं। इसी से काम को रफ्तार मिल रही है।
सदस्य भी हों सक्रिय : गांवों के विकास में प्रधान के साथ सदस्यों का भी योगदान होता हैं, लेकिन अधिकांश सदस्य सक्रियता नहीं दिखाते हैं। ग्राम सभा की बैठक तक में शामिल नहीं होते हैं। ये सक्रियता दिखाएं तो और अधिक विकास होगा।
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प्रमुखों कामों की जिले में स्थिति
कुल पंचायतें, 867
पुस्तकालय वाली पंचायत, 518
रेन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग,257
ओपन जिम, 369
हर्बल गार्डन, 592
बच्चा पार्क, 283
कंपोस्ट पिट, 408
सोख्ता गड्ढा, 691
ग्राम सचिवालय,742
इनका कहना है
हम सबका एक ही उद्ददेश्य है कि ग्राम पंचायतों में लीक से हटकर काम कराए जाएं। नाली, खड़ंजा के साथ अन्य सुविधाएं बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है।
धनंजय जायसवाल, डीपीआरओ
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अधिकांश पंचायतों के प्रधान अब विकास कार्यों को लेकर गंभीर हैं। अफसर भी पंचायत की हर छोटी-बड़ी समस्या का समाधान करते हैं। इसी के चलते तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं।
मनोज सिंह, प्रधान, जिरौली हीरा सिंह
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होंगे कार्यक्रम, शामिल होंगे जनप्रतिनिधि
अलीगढ़ । राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर रविवार को कार्यक्रम होंगे। डीपीआरओ ने बताया कि सबसे प्रमुख कार्यक्रम जवां ब्लाक के साथा गांव में होगा। यहां सांसद सतीश गौतम मुख्य अतिथि होंगे। अन्य गांवों में विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख मौजूद रहेंगे। इनमें पंचायतघरों को शुरू कराने, अच्छा कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों व ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया जाएगा। खुली बैठक भी होंगी।
पीएम मोदी का लाइव प्रसारण
कामन सर्विस सेंटर से जुड़े विष्णुकांत ने बताया कि पंचायतघरों पर सीएससी की योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। पीएम सम्मान निधि, ई-केवाईसी, फसल बीमा आदि योजनाओं के लाभ में वंचित रहे पात्र लोग पंजीकृत किए जाएंगे। जम्मू कश्मीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम का भी लाइव प्रसारण होगा।

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