Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक ही तहसील में तीन-तीन विधायक

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 19 Mar 2017 12:56 AM (IST)

    अलीगढ़: राजनीति का प्रमुख केंद्र बिंदु रहने वाली गभाना तहसील भी अब प्रदेश में वीआईपी तहसील बन गई है ...और पढ़ें

    Hero Image
    एक ही तहसील में तीन-तीन विधायक

    अलीगढ़: राजनीति का प्रमुख केंद्र बिंदु रहने वाली गभाना तहसील भी अब प्रदेश में वीआईपी तहसील बन गई है क्योंकि जिले में चुने गए सात विधायकों में से तीन विधायक अकेले गभाना तहसील के मूल निवासी हैं। संयोग से तीनों भाजपा से ही चुने गए हैं जो अलग -अलग विधान सभा क्षेत्रों की नुमाइंदगी करेंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बरौली से चौथी बार विधायक बने ठा. दलवीर सिंह तहसील गभाना के वीरपुरा गांव के माजरा हीरापुर के मूल निवासी हैं। इलाके के चंडौस ब्लॉक से ब्लाक प्रमुख बनकर अपनी राजनैतिक पारी की शुरूआत करने वाले श्री सिंह अब तक सात बार विधायक व एक बार सांसद के लिए चुनाव लड़ चुके हैं, जिसमें वे वर्ष 1991, 1997, 2012 व 2017 में चार बार चुनाव जीते हैं तथा चार बार वर्ष 1993, 2002 व 2007 में विधायक व 2009 में सांसद के चुनाव में उन्हें करारी पराजय का भी मुंह देखना पड़ा है। वे प्रदेश में रामप्रकाश गुप्त व राजनाथ सिंह के नेतृत्व में बनी सरकार में गन्ना व खेलकूद राज्यमंत्री का ओहदा संभाल चुके हैं। इस बार भी वे सरकार में जिले से मंत्री पद पाने के प्रमुख दावेदारों में से एक हैं।

    इगलास विधान सभा से जिले में सर्वाधिक मतों से विजयी बने राजवीर सिंह दिलेर पहली बार विधायक बने हैं। वे गभाना के ही दौरऊ-चांदपुर गांव के रहने वाले हैं। राजनीति उन्हें राजनैतिक विरासत में मिली है। श्री दिलेर के पिता किशनलाल दिलेर चार बार जिले की कोल विधान सभा क्षेत्र से विधायक व तीन बार हाथरस के सांसद भी रह चुके थे। अब किशनलाल के बेटे राजवीर सिंह दिलेर इस बार प्रदेश में चली मोदी लहर में रिकार्ड मतों से जीतकर विधान सभा में पहुंचे हैं। वे पिछला विधान सभा चुनाव रालोद से लड़ चुके हैं जिसमें उन्हें त्रिलोकीराम दिवाकर के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था।

    खैर विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर विधानसभा में पहुंचने वाले अनूप वाल्मीक भी गभाना तहसील क्षेत्र के रकराना, पिसावा के रहने वाले हैं। वे पिछला चुनाव भाजपा से ही लड़े थे लेकिन रालोद के भगवती प्रसाद सूर्यवंशी से चुनाव हार गए थे, लेकिन इस बार वे केसरिया झंडा फहराने में कामयाब रहे।

    पहले भी मिल चुका है गौरव

    गभाना तहसील को पहले भी राजनीति में प्रदेश स्तर पर नुमाइंदगी करने का गौरव मिलता रहा है। पंडित मोहनलाल गौतम वीरपुरा, सुरेंद्र सिंह चौहान ऊमरी भी गभाना तहसील के ही रहने वाले थे। ये दोनों मंत्री रह चुके थे। इसी तरह वीरपुरा की श्रीमती शीला गौतम अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र व दौरऊ के किशनलाल दिलेर हाथरस संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतकर सांसद रह चुके थे।

    एक ही गांव के सांसद- विधायक

    बरौली विधान सभा के वीरपुरा गांव के महान स्वतंत्रता सेनानी रहे पंडित मोहनलाल गौतम की सपुत्री सांसद शीला गौतम व बरौली विधायक ठा. दलवीर सिंह वीरपुरा गांव के ही माजरा हीरापुर के रहने वाले हैं। दोनों साथ-साथ सांसद व विधायक बनने का गौरव प्राप्त कर चुके हैं।