घुटनों के दर्द में योगराज गुग्गुल लें
अलीगढ़ : अनियमित दिनचर्या व खानपान से शरीर बीमारियां का घर बन गया है। कभी ये बीमारी तो कभी वो बीमारी
अलीगढ़ : अनियमित दिनचर्या व खानपान से शरीर बीमारियां का घर बन गया है। कभी ये बीमारी तो कभी वो बीमारी। लोग असमंजस में हैं कि कब तक? और कहां तक? अंग्रेजी दवाएं लें। संक्रामक रोगों ने फिर चिंता बढ़ा दी है। ऐसे मरीजों के लिए आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति कितनी कारगर है? इसी पर बुधवार को 'हैलो जागरण' में जिला अस्पताल स्थित आयुष विंग के प्रभारी डॉ. नरेंद्र सिंह ने परामर्श दिया।
चार दिन से सर्दी और बुखार से पीड़ित हूं।
- हरेंद्र सिंह, भगवानपुर (गभाना)।
मौसम बदल रहा है। सुबह-शाम त्रिफला चूर्ण की दो-दो चम्मच व सुदर्शन घनवटी की दो-दो गोली सुबह शाम पानी के साथ लें।
मुंह व आंखों के नीचे सूजन है, कोई आयुर्वेद उपचार बताएं।
- दीपक कुमार, आलमपुर (जवां)।
पुनर्नवा आसव की दो-दो गोली या पुनर्नवारिस्ट की दो-दो चम्मच सुबह शाम लें, जरूर फायदा मिलेगा।
उम्र 70 वर्ष है। सर्दी-जुकाम व घुटने में दर्द से परेशान हूं।
- धर्मवीर सिंह, परसौरा (सहपऊ)
सर्दी-जुकाम में तुलसी के पत्ते, काली मिर्च व पीपल के पत्ते का मिश्रण बनाकर एक से डेढ़ चम्मच सेवन करें। घुटनों में दर्द में योगराज गुग्गुल की गोलियां गाय के घी में डाल दें और दो-दो गोली सुबह-शाम सेवन करें।
उल्टी, बेचैनी, घबराहट, गैस, पेट भारी रहता है, लैटरीन साफ नहीं है।
- गजेंद्र सोलंकी, सासनी (हाथरस)
शौच से पहले हरे पोदीन की एक-एक गोली या नीबू में शहद या लहसुन की एक पुती और अग्नितुंडी वटी की दो-दो गोली सुबह शाम इस्तेमाल करें, फायदा मिलेगा।
गुर्दे में 6.7 एमएम की पथरी है, कोई देशी उपचार बताएं।
- अरविंद, चंदइया (सासनी)
सिस्टोन की दो-दो गोली व नीरी सीरप की दो-दो चम्मच सुबह-दोपहर-शाम सेवन करें। प्रतिदिन एक-एक कौड़ी को नीबू के रस में डालकर गलाएं। तीन दिन बाद गलने पर 10 बार कपड़े में छानकर लगातार सात दिन पियें। जरूर फर्क पड़ेगा।
भोजन के बाद पेट दर्द और जी घबराता है।
- टिंकू, सारसौल।
पुदीन हरा की एक-एक गोली शौच से पहले या गैस्ट्रान व डाइजेस्टिंग की एक-एक गोली सुबह-शाम लें।
इनके साथ ही गौंडा से हरि विलास शर्मा, बिजौली से आबिद मलिक व सचिन, सिकंदराराऊ से दिनेश व विनोद, मानिक चौक से भुवनेश्वर, शहरी मदनगढ़ी से विजय, गांव बिलारा से कुंवरपाल, गांव दीवा हमीदपुर से मदनलाल, हाथरस जंक्शन से जगदीश प्रसाद सहगल, फिरदौस नगर से जीनत, सरोज नगर से अजय धनगर आदि ने भी परामर्श लिया।
अपच से बढ़ रहीं समस्याएं
डॉ. नरेंद्र सिंह ने बताया कि भागमभाग, अनियमित दिनचर्या व रात्रिचर्या, पेस्टाइड व फर्टिलाइजर युक्त भोजन से अपच की समस्या बढ़ रही हैं। उबला या आरओ का पानी ही पियें। संतुलित भोजन के बाद पहले सीधे लेटकर पांच बार दायीं तरफ व सात बार बाईं तरफ श्वसन क्रिया करें। इससे पाचन शक्ति ठीक रहेगी, पेट भी बाहर नहीं निकलेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।