पत्नी बोली, साहब पैसे नहीं हैं... आप ही भिजवा दीजिए पति का शव; यमुना नदी में मिली युवक की लाश की शिनाख्त
यमुना किनारे एक युवक का शव मिला जिसकी पहचान भावेश जोशी के रूप में हुई। वह अहमदाबाद के रहने वाले थे और सीसीटीवी कैमरे रिपेयरिंग का काम करते थे। परिजनों के अनुसार वह बीमार सास से मिलने झांसी आए थे। आर्थिक तंगी के कारण पत्नी ने शव लेने में असमर्थता जताई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है फिलहाल शव पर चोट के निशान नहीं मिले हैं।

जागरण संवाददाता, आगरा। एत्माद्दौला क्षेत्र में शनिवार सुबह लोगों को यमुना नदी किनारे अज्ञात युवक का शव मिला। शव देखकर लोगों में दहशत फैल गई। पुलिस ने शव को बाहर निकाला। उसके पास मिले आधारकार्ड से उसकी शिनाख्त अहमदाबाद, गुजरात के भावेश जोशी के रूप में हुई। उसके पास मिले नंबरों से संपर्क किया गया। पत्नी ने आर्थिक तंगी का हवाला देकर शव लेने आने में असमर्थता जता दी। युवक के भाई व अन्य आगरा के लिए निकल चुके हैं।
अहमदाबाद के ब्रह्मानी पार्क क्षेत्र के रहने वाले 42 वर्षीय भावेश जोशी सीसीटीवी कैमरों की रिपेयरिंग करते थे।दस दिन पूर्व झांसी के इंद्रानगर में बीमार सास का हालचाल लेने आए थे। पत्नी आराधना ने बताया कि अहमदाबाद में उनकी सास जयश्री की आंखों के आपरेशन कराने के लिए वह दो दिन पहले शुक्रवार दोपहर को निकले थे। उन्हाेंने साथ चलने की जिद की तो रुपये कम होने की बोलकर रक्षाबंधन पर लिवाने आने की बोलकर चले गए।
अहमदबाद का युवक सीसीटीवी कैमरे रिपेयरिंग का करता था काम
शनिवार को पुलिस ने पत्नी ने साथ जाने के लिए बोला तो मना कर दिया। कहा कि रक्षाबंधंन पर आकर ले जाऊंगा। शनिवार सुबह पुलिस ने भावेश के भाई रवि को यमुना में उनका शव मिलने की जानकारी दी। देवर से पत्नी आराधना को पता चला। भावेश आगरा में नदी में कैसे पहुंचे, यह परिवार का कोई व्यक्ति नहीं बता पा रहा है।
इंस्पेक्टर एत्माद्दौला देवेंद्र दुबे ने बताया कि शव पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। परिवार वालों के आने का इंतजार किया जा रहा है।
रुपयों के अभाव में आने में अक्षम पत्नी
भावेश की पत्नी आराधना ने रोते हुए बताया कि गुजरात में ससुराल में सास-ससुर और देवर हैं। उनके पिता और भाई की मौत हो चुकी है। वह झांसी में बीमार मां के पास रुकी हैं। बेटा अरुण दिमागी रूप से कमजोर है। इस वक्त उनके पास इतने रुपये नहीं हैं कि वह आगरा आकर पति के शव को ले जा सके। वह रुपयों का इंतजाम करने में जुटी हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।