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    Agra Flood Alert: पोइया श्मशान घाट और यमुना पार की गलियाें में पानी, मुनादी कराकर लोगों को दूर रहने की सलाह

    Updated: Wed, 03 Sep 2025 08:27 AM (IST)

    आगरा में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में पानी भर गया है जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। पोइया घाट श्मशान घाट और यमुनापार की गलियों में पानी भरने से लोगों को परेशानी हो रही है। प्रशासन ने राहत शिविर लगाए हैं। हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर और बढ़ने की आशंका है जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।

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    यमुना की बाढ़ में डूबा पोइया श्मशान घाट। जागरण

    जागरण संवाददाता, आगरा। यमुना नदी के जलस्तर में धीमी गति से बढ़ोतरी हो रही है। मंगलवार को पोइया घाट स्थित श्मशान घाट और मेहरा नाहरगंज, तहसील सदर के कई घरों में पानी भर गया। नालों के बैक मारने से यमुनापार की बाबा वाली सहित चार गलियां डूब गईं। पुलिस ने मुनादी कराई और नदी से दूर रहने की अपील की। बुधवार को यमुना किनारा रोड में कभी भी पानी भर सकता है।

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    जीवनी मंडी रोड स्थित पंपिंग स्टेशन पर भी खतरा मंडरा रहा है। जलस्तर और भी बढ़ता है तो मंटोला नाला, हाथीघाट नाला, जीवनी मंडी रोड नाला, बल्केश्वर नाला, नगला बूढ़ी नाला सहित डेढ़ दर्जन नालों से पानी की निकासी बंद हो जाएगी। नाले तेजी से बैक मारेंगे। इससे आसपास की गलियों और सड़कों में पानी भर जाएगा। वहीं तनौरा-नूरपुर सहित अन्य गांवों में दिक्कत बढ़ गई है। गांवों के किनारे तक पानी पहुंच गया है।

    यमुना किनारा रोड में कभी भी भर सकता है पानी, पंपिंग स्टेशन का संचालन खतरे में

    गोकुल बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। यह पानी 10 घंटे के बाद आगरा पहुंच रहा है। इससे यमुना नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी नहीं हो रही है। जलस्तर 497 फीट पर टिका हुआ है। यह खतरे के निशान से दो फीट अधिक है। मंगलवार दोपहर बाद जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई। इससे पोइया घाट श्मशान घाट में पानी भर गया। सभी चितास्थल पानी में डूब गए।

    ताजगंज मोक्षधाम के आठ चितास्थल पहले से ही डूबे गए हैं। फाउंड्रीनगर श्मशान घाट की बाउंड्रीवाल तक पानी पहुंच गया है। सबसे अधिक दिक्कत यमुनापार में खड़ी हो गई। नालों के बैक मारने से बाबा वाली गली, राधा कृष्ण मंदिर गली, श्री नित्यानंद स्कूल और पंचायती मंदिर गली में पानी भर गया। इससे आवागमन बंद हो गया है। इससे पूर्व 2023 में इन गलियों में पांच दिनों तक पानी भरा रहा था।

    आज 497.2 फीट पर पहुंच सकता है जलस्तर

    रामबाग चौकी इंचार्ज मोहित मलिक ने जोहरा बाग घाट का निरीक्षण किया और फिर होती बाबा वाली गली में पहुंचकर लोगों से बातचीत की। जलस्तर बढ़ने से मनोहरपुर रोड, अमर विहार दयालबाग सहित अन्य को भी खतरा पैदा हो गया है। बुधवार को जीवनी मंडी रोड में पानी भर सकता है। इससे गलियां और सड़कें भी चपेट में आ सकती हैं।

    मेहरा नाहरगंज गांव के महाराज सिंह, राजवीर, सत्यभान, अंतराम, भजनलाल, राधेश्याम, हरिविलास, बहादुर सिंह, गिरीश कुमार, राधा किशन के घरों में पानी भर गया है। यह लोग सुरक्षित स्थलों पर पहुंच गए हैं। प्रशासन ने राहत शिविर शुरू कर दिया है। ग्रामीण अपने साथ सामान लेकर गए हैं।

    एडीएम वित्त एवं राजस्व शुभांगी, एसडीएम सदर सचिन राजपूत सहित अन्य अधिकारियों ने शिविर का निरीक्षण किया। शिविर में अब तक 30 लोग पहुंच चुके हैं।

    तनौरा-नूरपुर सहित अन्य गांवों में बढ़ी दिक्कत

    तनौरा-नूरपुर सहित आधा दर्जन गांवों के किनारे तक पानी भर गया है। एसडीएम सदर सचिन राजपूत ने बताया कि यमुना नदी के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। सभी बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। बुधवार को जलस्तर 497.2 फीट तक पहुंच सकता है।

    दो हजार बीघा फसल डूबी 

    यमुना नदी का जलस्तर 497 फीट पहुंचने से अब तक दो हजार बीघा फसल डूब चुकी है। दूसरी बार नदी का जलस्तर 496 फीट से अधिक पहुंचा है। इसमें सबसे अधिक बाजरा और हरी सब्जियों की फसल शामिल है।

    पांच को टूटेगा 15 साल का रिकॉर्ड, 501 फीट पर पहुंचेगा जलस्तर

    हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में सोमवार सुबह नौ बजे 3.22 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने तहसील सदर सहित पांच एसडीएम को सतर्क कर दिया है। पांच सितंबर की शाम तक जलस्तर 501 फीट पर पहुंच जाएगा। इससे 15 साल पुराना रिकार्ड टूट जाएगा। प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थलों पर पहुंचने की अपील की है।

    डीएम ने पांच एसडीएम को किया सतर्क

    जीवनी मंडी वाटरवर्क्स में यमुना नदी के जलस्तर को तीन श्रेणी में रखा गया है। 495 फीट में लो फ्लड लेवल, 499 फीट में मीडियम फ्लड लेवल, 508 फीट में हाई फ्लड लेवल माना जाता है। वर्ष 2023 में यमुना नदी का जलस्तर 499.50 फीट तक पहुंच गया था। वर्ष 2010 में जलस्तर 500 फीट रहा था। इससे पूर्व वर्ष 1978 में जलस्तर 508 फीट तक पहुंच गया था। हरियाणा और नई दिल्ली में लगातार बरसात हो रही है। ऐसे में यमुना नदी का जलस्तर और भी तेजी से बढ़ रहा है।

    लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाने पर जोर

    हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया 3.22 लाख क्यूसेक पानी बुधवार को ओखला बैराज में पहुंचेगा। बैराज पहले से ही फुल चल रहा है। एक से दो दिन में पानी गोकुल बैराज और पांच सितंबर की शाम तक आगरा पहुंचेगा। एडीएम वित्त एवं राजस्व शुभांगी शुक्ला ने बताया कि जलस्तर 501 फीट तक पहुंच सकता है। तहसील सदर, किरावली, एत्मादपुर, बाह, फतेहाबाद के एसडीएम को सतर्क कर दिया गया है। मीडियम फ्लड को देखते हुए लोगों से सुरक्षित स्थलों पर पहुंचने की अपील की गई है।

    शहरी क्षेत्र के यह मोहल्ले होंगे सबसे अधिक प्रभावित 

    नगला बूढ़ी, अमर विहार दयालबाग, जसवंत की छतरी, राधा नगर व सरस्वती नगर बल्केश्वर, कृष्णा कालोनी जीवनी मंडी, सेक्सरिया वाली गली बेलनगंज, यमुना किनारा रोड स्थित वेदांत मंदिर से आगरा किला तक, छत्ता बाजार स्ट्रेची ब्रिज, कछपुरा, नगला देवजीत, मारवाड़ी बस्ती, मोती महल, यमुनाब्रिज कालोनी, रामबाग बस्ती, भगवती बाग, राधा विहार, केके नगर, शोभानगर, जगदंबा कालेज के आसपास का क्षेत्र।

    यह गांव होंगे प्रभावित

     तहसील सदर - लो फ्लड : तनौरा-नूरपुर, कैलाश, स्वामीबाग। मीडियम फ्लड : बुर्ज नगला, छीतर सिंह, मेहरा नाहरगंज, महल बादशाही, नगला तल्फी, नगला पैमा।

    - तहसील फतेहाबाद - लो फ्लड : भरापुर, बमरौली, ईदौन, मड़ायना, मेवलीकलां, गुड़ा, मेवली खुर्द, हिमायूंपुर। मीडियम फ्लड : शाहिदपुर, वरीपुरा, बेहड़ी, पारौली सिकरवार, बिचौला, गिदरौना।

    - एत्मादपुर- मीडियम फ्लड : नगला धीमर, बढ़पुरा, रहनकलां, नगला कटा।

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