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    आगरा में खतरे के निशान से दो फीट ऊपर पहुंचा यमुना का जलस्तर, दहशत में इन क्षेत्रों के लोग

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 04:45 AM (IST)

    गोकुल बैराज से पानी छोड़े जाने से आगरा में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। वाटर वर्क्स पर जलस्तर 497 फीट दर्ज किया गया। निचले इलाकों और एत्माद्दौला की कोठरियों में पानी भर गया है। दिल्ली में वर्षा के कारण गोकुल बैराज से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है। सोमवार को जलस्तर में और वृद्धि की आशंका है।

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    खतरे के निशान से दो फीट ऊपर पहुंचा यमुना का जलस्तर। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, आगरा। गोकुल बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने से यमुना उफान मार रही है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के आंकड़ों के अनुसार रविवार रात 8 बजे खतरे के निशान 495 फीट से ऊपर वाटर वर्क्स पर यमुना का जलस्तर 497 फीट पर पहुंच गया। गोकुल बैराज से दिनभर में 1.08 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

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    गोकुल बैराज से 36 घंटे में पानी आगरा पहुंचता है। इससे सोमवार को भी यमुना के जलस्तर में वृद्धि देखने को मिलेगी। मंगलवार को जलस्तर में कमी की संभावना है।

    वाटर वर्क्स पर रविवार सुबह जलस्तर 495.5 फीट दर्ज किया गया था। दिन में जलस्तर में धीमी गति से वृद्धि हुई। रात 10 बजे यह 497 फीट तक पहुंच गया। जलस्तर में वृद्धि होने से मनोहरपुर के खेतों में बनी झोपड़ियों में पानी पहुंच गया। यमुना में गिरने वाले मंटोला, जीवनी मंडी, हाथीघाट आदि नालों में पानी बैक मारने लगा है।

    जिला प्रशासन द्वारा शहर से देहात तक 28 बाढ़ चौकियों से यमुना के जलस्तर की निगरानी की जा रही है। दिल्ली व आसपास के जिलों में वर्षा होने से गोकुल बैराज से अधिक मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। गोकुल बैराज से डिस्चार्ज बढ़ाए जाने पर यमुना के जल स्तर में और वृद्धि देखने को मिल सकती है।

    प्रशासन द्वारा यमुना किनारा स्थित वेदांत मंदिर से हाथी घाट, तनौरा, नूरपूर, कैलाश, नगला बूढ़ी, स्वामीबाग, अमर विहार, दयालबाग, मोती महल, कटरा वजीर खां, रामबाग के समीप स्थित बस्तियों में यमुना के जलस्तर को देखते हुए ध्यान दिया जा रहा है।

    एत्माद्दौला की कोठरियों में पहुंचा पानी

    यमुना का पानी रविवार दोपहर एत्माद्दौला की नदी किनारे बनी 20 कोठरियों में अंदर तक पहुंच गया। यमुना के जलस्तर में सोमवार को वृद्धि होने से कोठरियों में भी पानी बढ़ेगा। ताजगंज के श्मशान घाट में भी पानी भर गया है, जिससे निचला प्लेटफार्म और चिता स्थल डूब गए हैं।

    यहां ऊपर के प्लेटफार्म पर अंतिम संस्कार कराए जा रहे हैं। ताजमहल की उत्तरी दीवार से अभी पानी दूर है। पीछे बने गार्डन के एक हिस्से में पानी पहुंच गया है।