यमुना एक्सप्रेसवे हादसा: घायलों के रीढ़ की हड्डी और सिर में चोटें, एक 40 फीसदी जला
यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे में घायल हुए लोगों को एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। घायलों को सिर, रीढ़ की हड्डी, सीने और पैर में चोटें आई हैं, ...और पढ़ें

आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती यमुना एक्सप्रेसवे के घायलों के इलाज की जानकारी लेते सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव। सौजन्य स्वास्थ्य विभाग
जागरण संवाददाता, आगरा। यमुना एक्सप्रेसवे हादसे के घायलों को मंगलवार सुबह एसएन इमरजेंसी में भर्ती किया गया। घायलों के सिर, रीढ़ की हड्डी, सीने और पैर में चोट है। वहीं, 40 फीसदी जलने पर एक मरीज को भर्ती किया गया है। सात मरीजों की हालत गंभीर है। इलाज के लिए डाक्टरों की टीम तैनात की गई है।
यमुना एक्सप्रेसवे हादसे के 14 घायल एसएन इमरजेंसी में भर्ती
यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसे के घायलों को सुबह पांच बजे एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। घायलों का कहना है कि अधिकांश लोग नींद में थे इसलिए कुछ पता नहीं चला। सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि 45 वर्ष के अवधेश और 45 वर्ष के सर्वेंद्र, 45 वर्ष की नसीमा, के सिर के साथ कई जगह चोट लगी है। 35 वर्ष के अमरनाथ, 50 वर्ष के उस्मान, 21 वर्ष की अपराजिता के सिर और रीढ़ की हड्डी में चोट है। 47 वर्ष की शिखा के कई चोट आई हैं, 47 वर्ष के शिव नारायण, 53 वर्ष के राम अवध के सीने में चोट लगी है। 40 वर्ष के भूपेंद्र के पैर में चोट है। 26 वर्ष के अनिल, 41 वर्ष के राम कृपाल, 30 वर्ष के नरेंद्र की रीढ़ की हड्डी में चोट है। जबकि 40 वर्ष के देवराज 40 प्रतिशत जले हुए हैं।
यह भी पढ़ें- मथुरा हादसे में मृतकों की संख्या हुई 13, कोहरे कारण आपस में टकराए कई वाहन; दो दर्जन से ज्यादा अस्पताल में भर्ती
यह भी पढ़ें- टक्कर के 15 मिनट बाद लगी आग...यमुना एक्सप्रेसवे हादसे के पीड़ितों ने बताया- कैसे बची उनकी जान?
इमरजेंसी में बेड फुल होने से मची अफरा तफरी
सुबह पांच बजे हादसा हुआ। स्वास्थ्य विभाग को बड़ी संख्या में घायलों के आने की जानकारी दी गई। स्वाथ्य विभाग की टीम एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी पहुंच गई। 60 बेड की क्षमता वाली इमरजेंसी में बेड खाली नहीं थे। घायलों को भर्ती करने के लिए जिन मरीजों को सोमवार को भर्ती किया गया था उन्हें वार्ड में शिफ्ट कराया गया। इससे अफरा तफरी का माहौल रहा। सुबह पांच बजे के बाद मरीज आने लगे, सभी मरीजों को इमरजेंसी में ही भर्ती कराया गया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।