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    Yamuna Expressway Accident : घने कोहरे में 90 की स्पीड और सड़क के रखरखाव में लापरवाही से हुआ हादसा, ये बड़ी वजह बनी आग लगने का कारण

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 06:00 AM (IST)

    यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई भीषण दुर्घटना की वजह ओवरटेकिंग लाइन में दो कारों की भिड़ंत, चालकों का विवाद और घने कोहरे में 90 किमी/घंटा की रफ्तार से ...और पढ़ें

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    अली अब्बास, आगरा। यमुना एक्सप्रेसवे पर पिछले मंगलवार को घने कोहरे से हुई भीषण दुर्घटना की वजह सामने आ गई है। वहां ओवरटेकिंग लाइन में दो कारों की भिड़ंत के बाद चालकों में विवाद और घने कोहरे में 90 की गति से दौड़ रही बस दुर्घटना की मुख्य वजह रहीं। इस दौरान एक्सप्रेसवे पर एक बस में स्पार्किंग से आग लग गई थी। इसके बाद एक के बाद एक नौ वाहनों में आग फैलती चली गई।

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    जांच में यह भी सामने आया है कि सड़क के रखरखाव में भी बड़ी लापरवाही थी। वहां रेट्रो रिफलेक्टर साइनेज, स्पीड कंट्रोल तथा समुचित प्रकाश के प्रबंध नहीं किए गए थे। मथुरा डीएम की ओर से गठित कमेटी की जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है। एक्सप्रेसवे पर बलदेव में 16 दिसंबर की सुबह करीब चार बजे भीषण हादसा हुआ था। इसमें 19 लोगों की मृत्यु हो गई और 92 लोग घायल हुए थे। हादसे की जांच के लिए एडीएम प्रशासन की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति बनाई थी।

    टीम की 21 पृष्ठ की विस्तृत जांच रिपोर्ट सोमवार को शासन को भेज दी गई। रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटनास्थल पर टेंपो ट्रैवलर निकली तो वहां स्विफ्ट डिजायर और अर्टिगा कार चालक के बीच विवाद हो रहा था। स्विफ्ट डिजायर चालक के अचानक ब्रेक लेने से पीछे आती अर्टिगा उससे टकरा गई थी। विवाद चल ही रहा था कि नारंगी रंग की बस ने अर्टिगा कार में टक्कर मार दी। डिजायर कार सवार उतर गए, जिससे वह बच गए। इस बीच बस में टेंपो ट्रैवलर ने टक्कर मार दी। बस के पिछले हिस्से में टकराने से टेंपो ट्रैवलर का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। नारंगी बस आगे निकल गई, टेंपो ट्रैवलर्स के चालक ने सवारी उतारना शुरू किया।

    लक्ष्मी होलीडेज की बस ने टेंपो-ट्रैवलर्स में मारी टक्कर

    इसी बीच लक्ष्मी होलीडेज की बस संख्या-(एआर 11डी 3100) ने टेंपो ट्रैवलर्स में टक्कर मारी। लक्ष्मी होलीडेज की बस में पीछे से आती स्लीपर बस संख्या-(यूपी 17एटी 8577) ने टक्कर मारी। भीषण टक्कर में दोनों बस क्षतिग्रस्त हो गईं। लक्ष्मी होलीडेज की बस में आग लग गयी। इसके बाद तेजी से आग फैलती चली गई। जांच कमेटी में एआरटीओ, एसपी ग्रामीण, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण महाप्रबंधक परियोजना गाजियाबाद एवं जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के महाप्रबंधक शामिल थे।इस तरह टकराए वाहनचालकों से पूछताछ में सामने आया कि शताब्दी सर्विस की बस ने टक्कर मारी।

    इसके बगल में एक ब्रेजा कार यूपी-70 जीएस-3925 आकर फंस गई। उस कार के पीछे रोडवेज बस ने टक्कर मारी। इसके पीछे शताब्दी की दूसरी बस आकर टकराई। इसके पीछे वोल्वो बस ने जोरदार टक्कर मारी। दुर्घटना में आठ बस और एक कार पूरी तरह जल गईं। एक ट्रैवलर, चार बस व पांच कार आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुईं। जली बसों से जो शव जले बरामद हुए थे उनमें लक्ष्मी होलीडेज की बस से पांच, रोडवेज बस से तीन शव बरामद हुए थे। बैटरी और इनवर्टर से लगी आग जांच कमेटी ने बसों में आग लगने के कारणों की जांच की।

    क्या जताई जा रही आशंका

    इसमें पाया कि सभी वाहन (रोडवेज को छोडकर) लग्जरी स्लीपर बस हैं। इनमें अतिरिक्त बैटरी व इनवर्टर लगे होते हैं। आशंका है कि दुर्घटना के बाद बस में शार्ट सर्किट से आग लगी।स्पीड नापने वाले कैमरों में दुर्घटनाग्रस्त वाहनों की गति जांच कमेटी ने भीषण हादसे में जले और दुर्घटनाग्रस्त वाहनों की गति को भी कैमरों में चेक किया। इनमें 151 माइलस्टोन और 141 पर गति की निगरानी को लगे कैमरों को चेक किया।

    सभी वाहनों की गति 70 से 90 किमी प्रति घंटा थी। लक्ष्मी होलीडेज की बस का टोल प्लाजा पर निकलने का क्रम जली हुई सभी बसों के पीछे था। दुर्घटनास्थल पर वह सबसे आगे आकर टकराई। टीम ने जांच में पाया कि कैमरे में उसकी गति 90 किमी प्रति घंटा थी। यमुना एक्सप्रेसवे पर यात्री बसों की अधिकतम सीमा 60 किमी प्रति घंटा निर्धारित थी। दुर्घटना का एक बड़ा कारण कोहरे में सभी वाहनों की तेज गति थी।