कार की डिग्गी में पति को ठूंस कर ले जा रही थी पत्नी, भनक लगते ही पहुंची पुलिस तो सामने आई चौंका देने वाली बात
पत्नी ने पति का अपहरण करा लिया क्योंकि उसने खेती की जमीन बेचकर मायके में रहने से इनकार कर दिया था। सालों ने बहनोई के साथ मारपीट की और हाथ-पैर बांधकर कार की डिग्गी में डालकर भाग गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घेराबंदी कर बंधक को छुड़ाया और दो सालों को हिरासत में लिया।

जागरण संवाददाता, आगरा। खेती की जमीन बेचकर मायके में साथ रहने से इन्कार करने पर पत्नी ने खौफनाक साजिश रची। भाइयों से पति का अपहरण करवा लिया। गुरुवार दोपहर पहुंचे सालों ने बहनोई के साथ मारपीट की और हाथ-पैर बांधकर कार की डिग्गी में डालकर भाग निकले।
भनक लगने पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के साथ कार की घेराबंदी कर ली। पांच किमी दूर कार को रुकवाकर बंधक को मुक्त करवाया गया। पुलिस ने दो सालों को हिरासत में ले लिया, जबकि अन्य आरोपित भाग निकले।
डिग्गी में बंद रहने के कारण तबीयत बिगड़ने पर पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कार में अपहृत का नाबालिग बेटा भी मामा के साथ बैठा था। वहीं आरोपितों का कहना है कि जीजा ने उनकी बहन की पिटाई की थी, इसलिए उसे पकड़कर पुलिस चौकी ले जा रहे थे।
50 वर्षीय किसान हरदेव सिंह के नाम 25 बीघा जमीन है। परिवार में पत्नी लक्ष्मी देवी और दो बेटी और एक बेटा है। गुरुवार सुबह नौ बजे लक्ष्मी देवी के भाई राजपाल उर्फ राजू, सत्यपाल सिंह, धर्मपाल सिंह दो साथियों के साथ घर पहुंचे।
पूजा कर रहे हरदेव पर हमला बोल दिया। मारपीट करते हुए उनके मुंह में कपड़ा ठूंसने के बाद हाथ-पैर बांधकर कार की डिग्गी में डाल लिया। पड़ोसी संजीव और चेतन ने विरोध करते हुए हरदेव को छुड़ाने की कोशिश की तो उन्हें धमकी देते हुए निकल गए।
घटनास्थल से करीब पांच किलोमीटर दूर पुलिस और ग्रामीणों ने घेराबंदी करके कार को रोका। पुलिस ने हरदेव को डिग्गी से बेहोशी की हालत में बरामद किया। पुलिस ने राजपाल व सत्यपाल को हिरासत में लिया है।
हरदेव के भतीजे सतेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि चाची लक्ष्मी देवी के कहने पर ही उनके भाइयों ने चाचा का अपहरण किया है। वह उनकी 25 बीघा जमीन बिकवाकर उन्हें अपने गांव ले जाना चाहती हैं।
डीसीपी अतुल शर्मा ने बताया कि विवाद के चलते हरदेव की पत्नी लक्ष्मी देवी मायके में रह रही हैं। हरदेव की तहरीर पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
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