बुखार में मुंह में हो रहे छाले, स्वाइन फ्लू से ना घबराए
बच्चों में कब्ज के कारण पेट दर्द की समस्या तेजी से बढ़ी
आगरा, जागरण संवाददाता। वायरल संक्रमण फैला हुआ है, यह सामान्य वायरल, डेंगू और स्वाइन फ्लू हो सकता है। इन तीनों के लक्षण और इलाज अलग-अलग है। इस मौसम में फैल रहे वायरल बुखार में मुंह में छाले हो रहे हैं। वहीं, स्वाइन फ्लू के केस भी आने लगे हैं लेकिन इससे घबराए नहीं। गुरुवार को दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. निखिल चतुर्वेदी ने सवालों के जवाब दिए। सवाल : बुखार आया था, खांसी नहीं जा रही है, खाने में भी परेशानी हो रही है।
जवाब : वायरल बुखार में मुंह में छाले हो रहे हैं, कुछ मरीजों के हाथ और पैरों में दाने निकल रहे हैं। तीन दिन बाद बुखार कम होने लगता है, खांसी सात से 15 दिन तक रह सकती है।
सवाल : बच्चे के सिर और हाथ गर्म रहते हैं, पसीना आता है।
जवाब : विटामिन डी की कमी के कारण ये समस्या हो सकती है। इसकी जांच करा लें, कुछ मरीजों में ये समस्या अनुवांशिक भी होती है।
सवाल : बच्चे को दूध नहीं पच रहा है।
जवाब : दूध की जगह दूध की खीर और दूध में सोयाबीन मिलाकर दे सकते हैं।
सवाल : बेटे को दो दिन से दस्त हो रहे हैं।
जवाब : एक साल के कम उम्र के बच्चों को दस्त, उल्टी और बुखार होने पर डॉक्टर से परामर्श के बाद ही दवाएं दें। यह कई कारण से हो सकते हैं।
सवाल : नौ साल की बच्ची है, पैरों में दर्द रहता है।
जवाब : इस उम्र में ग्रोथ होती है, इससे मांसपेशियों में खिचाव होता है, पौष्टिक आहार दें, दर्द ज्यादा है तो डॉक्टर से परामर्श ले लें।
सवाल : बेटी विदेश में है उसे पेट दर्द की समस्या रहती है।
जवाब : बच्चों में कब्ज के कारण पेट दर्द की समस्या तेजी से बढ़ी है, बच्चों को फास्ट फूड न दें। पानी का सेवन अधिक कराएं, फाइबर युक्त भोजन खाने को दें।
सवाल : स्तनपान कराने के कुछ देर बाद पलट देता है।
जवाब : बच्चे को स्तनपान कराने के बाद पीठ थपथपा दें, एक बार में ज्यादा दूध न पिलाएं। सामान्य वायरल है स्वाइन फ्लू, फैलने न दें
स्वाइन फ्लू भी सामान्य वायरल है, यह एच1एन1 वायरस के संक्रमण से फैलता है। कैटेगरी सी में सांस लेने में परेशानी होने लगती है, अन्य कैटेगरी के मरीजों को टेमीफ्लू देते ही अच्छे रिजल्ट आने लग जाते हैं। ये मुंह और नाक से निकलने वाले स्राव से एक से दूसरे में तेजी से फैलता है। इसे फैलने से रोकने की जरूरत है। जिसे स्वाइन फ्लू और सामान्य वायरल है, उसे परिजनों से अलग रखे, मरीज को इस्तेमाल करने के लिए तौलिया और रुमाल अलग से दें। दूध में हल्दी, तुलसी के पत्ते का करें इस्तेमाल
प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने पर वायरल संक्रमण नहीं होता है। इसके लिए दूध में हल्दी डालकर ले सकते हैं, इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, तुलसी के पत्ते भी खा सकते हैं।
ये हैं लक्षण
मलेरिया - अधिकांश केस में ठंड लगकर एक दिन छोड़कर बुखार आना, दिन में दो बार भी बुखार आ सकता है। कुछ केस में ठंड लगे बिना भी बुखार आ सकता है। भूख ना लगना, पेट दर्द होना।
डेंगू - आंख और सिर में दर्द के साथ तेज बुखार, शरीर में टूटन और चकत्ते पड़ना।
वायरल - शरीर में तेज दर्द, बुखार, सर्दी जुकाम और खांसी।
ये हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण
ए - मामूली खांसी-जुकाम बुखार
बी 1 -- तेज बुखार, सर्दी जुकाम
बी 2 - खांसी जुकाम और तेज बुखार
सी - सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार, लिवर में समस्या सहित अन्य अंग ठीक से काम नहीं करते। प्रोफाइल
एमबीबीएस - 1979 एसएन मेडिकल कॉलेज
एमडी - 1989 एसएन मेडिकल कॉलेज
डॉ. निखिल चतुर्वेदी, वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ
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