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    Taj Mahotsav 2023: बदलते भारत का साक्षी बना ताज महोत्सव, रैंप पर वाक को उतरे योगी के गोद लिए वनटांगिया

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Saxena
    Updated: Tue, 28 Feb 2023 01:58 PM (IST)

    Taj Mahotsav 2023 सुगम सिंह शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गोद लिए जाने के बाद गोरखपुर के मुसहर समाज के लोगों को पहचान मिलना शुरू हुई है। माडलिंग करनी वाली महिलाएं गृहिणी हैं जबकि पुरुष खेती बकरीपालन करते हैं। इन्हाेंने पहले गोरखपुर महाेत्सव में माडलिंग की थी।

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    Taj Mahotsav 2023: रैंप पर वाक को उतरे योगी के गोद लिए वनटांगिया

    आगरा, जागरण संवाददाता। ताज महोत्सव में शिल्पग्राम में सोमवार की शाम बदलते भारत की साक्षी बनी। देश की आजादी के 70 वर्ष तक पहचान को तरसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गोद लिए गए वनटांगिया (मुसहर समाज) के लोग फैशन शो में माडल बनकर रैंप पर उतरे तो तालियां गूंज उठीं। दूल्हा-दुल्हन के परिधानों में रैंप पर वाक करते ग्रामीण पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले वनटांगिया लोगों को देखकर लगा ही नहीं कि उनमें से कुछ पहली बार कदमताल कर रहे हैं।शिल्पग्राम में सोमवार शाम वनटांगिया फैशन शो सर्वाधिक चर्चा का केंद्र रहा।

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    शगुन की रात का आयोजन हुआ

    सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता व माडल राजस्थान की सुगम सिंह शेखावत के निर्देशन में फैशन शो "शगुन की रात'''' का आयोजन हुआ। इसमें भारतीय संस्कृति और शादी की परंपराओं को परिधानों के माध्यम से दिखाया गया। तेज आवाज और रोशनी की चकाचौंध के बीच मंच पर जब एक के बाद एक कर मुसहर समाज के लोगों ने दूल्हा-दुल्हन के पारंपरिक परिधानों में वाक करना शुरू की तो तालियां गूंज उठीं। रैंप पर नीतू, गुंजा, रिंकी, संगीता, सपना, ज्योति, रामप्रवेश, छोटू, संजय, विनोद व राज ने माडलिंग की। ज्योति, संजय व संगीता के लिए यह पहला अवसर था, जब वह मंच पर उतरे। उन्होंने इस अहसास को न भूलने वाला बताते हुए कहा कि कभी सोचा भी नहीं था कि मंच पर इस तरह सैकड़ों लोगों के सामने माडलिंग कर सकेंगे।

    पद्मश्री सुमित्रा गुहा ने सुनाए भजन

    फरीदाबाद से आईं पद्मश्री सुमित्रा गुहा ने शास्त्रीय भजन गायन की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने राग भोपाली में भगवान शिव पर भजन हर हर हर शंभू... सुनाया। मीरा का भजन मैं तो सांवरे रंग... सुनाकर उन्होंने रंग जमाया। रंग लगाओ श्याम जी...कालिंदी इंस्टीट्यूट आफ डांस द्वारा कथक, रुद्राष्टकम, शास्त्रीय तराना की प्रस्तुति दी गई। गौरव गोस्वामी ने गीत मेरा नाम इश्क, मेरी जान इश्क... की प्रस्तुति दी। अरुणांचल प्रदेश के कलाकारों ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत पर आधारित नृत्य प्रस्तुति दी। टापू वार डांस की प्रस्तुति देख दर्शक तालियां बजा उठे।

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    आइएमए ने भगवान शिव, गणेश जी, पार्वती जी पर आधारित नाट्य प्रस्तुति दी। लखनऊ से आए केपीएस विश्वनाथन ने रातों काे उठ-उठकर जिनके लिए राेते हैं... समेत कई गजल सुनाईं। दिव्यांश श्रीवास्तव ने संतूर वादन में राग चारुकेशी, बंदिश, झाला की प्रस्तुति दी। भारती सिंह राजपूत ने शास्त्रीय गायन में राग सोहनी में रंग श्याम लगाओ श्याम जी... सुनाया।

    गोटिपुआ और युद्ध कला नृत्य की प्रस्तुति

    कैलाश गोटिपुआ ओडिसी नृत्य परिषद ने देवी वंदना व नृत्य की प्रस्तुति दी। नृत्य निर्देशक व पखावज वादक कैलाश चंद्र विस्वाल के निर्देशन में 17वीं शताब्दी के नृत्य की प्रस्तुति हुई। यह नृत्य जगन्नाथ रथयात्रा में मुख्य आकर्षण रहता है। इसमें महिला पात्र भी पुरुष कलाकारों ने निभाए। हारमोनियम पर गुरु पूर्णचंद और वायलिन पर जगबंधु नायक रहे। अोडिशा के ग्रामेश्वर पाइका अखाड़ा ने दीपक कुमार के निर्देशन में युद्ध कला नृत्य की प्रस्तुति दी। वर्ष 1817 में अंग्रेजी हुकूमत से युद्ध के समय यह युद्ध कला प्रचलन में आई थी। आठ कलाकारों ने प्रस्तुति दी।

    सेल्फी प्वाइंट पर हुई प्रस्तुति

    सेल्फी प्वाइंट आई लव आगरा पर रिदम एकेडमी लखनऊ के कलाकारों ने कथक की प्रस्तुति दी। ग्वालियर की श्री डांस एकेडमी ने नृत्य, कंचना शर्मा, सुधांशु, शबीना खान ने सोलो गायन किया। द सिग्नेचर बैंड ने दर्शकों को झुमाया। माया कुलश्रेष्ठ ने कथक की प्रस्तुति दी। संचालन अंकिता श्रीवास्तव और हर्षित पाठक ने किया।

    प्रवेश पर सख्ती

    शिल्पग्राम में रविवार को भीड़ उमड़ने से अव्यवस्था फैल गई थी। गेट नंबर एक व दो पर धक्कामुक्की हुई थी और मंच के पीछे बने गेट से प्रवेश के दौरान धक्कामुक्की में महिलाएं गिर गई थीं। सोमवार को पिछले गेट से प्रवेश पर सख्ती कर दी गई। यहां से उन्हीं लोगों को प्रवेश मिला, जो कार्यक्रम में प्रस्तुति दे रहे थे या फिर कलाकारों के साथ आए थे। गेट एक व दो पर भी सख्ती बरती गई।