Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Agra News: इस्तीफा देने के बाद 'रिवाल्वर रानी' को किसने दिलाई नौकरी, गोपनीय जांच से उड़ी बाबू की नींद

    By Yashpal SinghEdited By: Abhishek Saxena
    Updated: Sun, 22 Oct 2023 07:37 AM (IST)

    Agra News In Hindi कानपुर की रहने वाली प्रियंका मिश्रा 10 अक्टूबर 2020 को पुलिस कांस्टेबल पद पर भर्ती हुई थीं। 24 अगस्त को इंटरनेट मीडिया पर प्रियंका का वर्दी में रिवाल्वर के साथ वीडियो वायरल हुआ था। इसमें एक डायलॉग पर वे लिप्सिंग करती नजर आ रही थीं। इसके बाद उन्हें लाइन हाजिर कर दिया था। सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था।

    Hero Image
    Agra News: दोबारा नौकरी दिलाने के मामले में बाबू की गोपनीय जांच शुरू हो गई है। तस्वीर सोर्स जागरण।

    जागरण संवाददाता, आगरा। रिवाल्वर गर्ल प्रियंका मिश्रा की पुनः नौकरी के आवेदन में धोखाधड़ी कर दोबारा नौकरी दिलाने के मामले में बाबू की गोपनीय जांच शुरू हो गई है। इस मामले में एसीपी स्तर के अधिकारी ने क्या जांच की थी? उन्होंने अपने विवेक का क्या इस्तेमाल किया? यह भी सवाल उठ रहे हैं। इसके साथ ही आरोपित बाबू के खिलाफ कानूनी कार्रवाई न होने पर भी सवाल उठ रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकारी रिवाल्वर के साथ वायरल हुआ था वीडियो

    दो वर्ष पूर्व थाना मदन मोहन गेट में तैनात महिला आरक्षी प्रियंका मिश्रा द्वारा एक दारोगा की सरकारी रिवाल्वर के साथ इंटरनेट पर फिल्मी डायलाग के साथ वीडियो बनाकर प्रसारित किया गया था। वीडियो ट्रोल होने पर तत्कालीन एसएसपी मुनिराज जी ने उसे लाइन हाजिर किया था। इंटरनेट में वीडियो पर लोगों की टिप्पणियों से आहत होकर आरक्षी ने इस्तीफा दे दिया था।

    Read Also: Agra Police की वर्दी में रिवाल्वर संग रील बनाने वाली प्रियंका मिश्रा को फिर मिली नौकरी, दो दिन में बर्खास्त

    दोबारा नौकरी के लिए किया था आवेदन

    इसके कुछ समय बाद उसने आर्थिक स्थिति खराब होने और आहत होकर नौकरी से इस्तीफा देने का हवाला देकर दोबारा नौकरी के लिए आवेदन किया था। इसकी जांच एसीपी स्तर के अधिकारी ने की थी।

    • त्यागपत्र पूर्व में स्वीकार हो चुका था।
    • महिला सिपाही से ट्रेनिंग के दौरान खर्चे किए रुपये जमा कराए गए थे।
    • प्रार्थना पत्र की जांच एसीपी मुख्यालय को दी गई थी।
    • क्या एसीपी मुख्यालय ने अपनी जांच में इन तथ्यों को दर्शाया था?
    • यदि नहीं तो वह त्यागपत्र की तह तक क्यों नहीं गए?
    • प्रार्थना पत्र पर उनकी रिपोर्ट के बाद सेवा में वापसी की फाइल तैयार हुई।
    • प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय भेजा जाना था।
    • तथ्य छिपाकर बाबू जितेंद्र ने पुलिस आयुक्त डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह से महिला सिपाही की सेवा में वापसी का आदेश करा लिया गया।
    • बाबू ने इतना बड़ा रिस्क क्यों लिया?
    • उसके जेहन में यह सवाल क्यों नहीं आया कि राज खुला तो वह फंस जाएगा?
    • इसके पीछे उसका लालच था या लापरवाही ?
    • ये सवाल उठ रहे हैं।

    Read Also: Agra Crime News: एक बाजरा की बोरी चोरी करने पर दी तालिबानी सजा, बाइक सवार को पकड़कर पेड़ से बांधकर पीटा