UP Election Result मथुरा में राजेश के पैतरे से 29 साल बाद छिना श्याम से ताज, भाजपा ने ढहाया मांट का अभेद्य दुर्ग
UP Election Result Mathura 1989 में पहली बार विधायक बने श्याम का हर चुनाव में रहा जलवा-2012 में जयंत से हारे लेकिन उपचुनाव में फिर जीते थे श्याम राजेश की जीत के साथ ही मांट में भाजपा का सियासी सूखा भी खत्म हो गया।

मथुरा, जागरण टीम। चुनाव चाहे जो रहा हो, राजनीतिक दल चाहे जो हो। मांट की जनता ने हमेशा श्याम सुंदर शर्मा का साथ दिया। 1989 में कांग्रेस की टिकट पर श्याम यहां से पहली बार विधायक बने तो फिर आठ बार तक विधायक रहे।
2012 में रालोद के जयंत चौधरी से चुनाव हारे, लेकिन उनके सीट छोड़ने के बाद उपचुनाव में जीते वह भी ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस से। लेकिन इस चुनाव में भाजपा के राजेश चौधरी के पैंतरे से श्याम के सिर से विधायकी का ताज छिन गया। राजेश की जीत के साथ ही मांट में भाजपा का सियासी सूखा भी खत्म हो गया। मांट विधानसभा क्षेत्र से पहले श्याम सुंदर शर्मा के पिता लोकमणि शर्मा भी यहां से विधायक रहे।
विधायक की सियासी जमीन पर श्याम सुंदर शर्मा चुनाव लड़े विधायक बने और प्रदेश में कैबिनेट मंत्री भी। कांग्रेस के बाद लोकतांत्रिक कांग्रेस, तिवारी कांग्रेस से होते हुए तृणमूल कांग्रेस और अब फिर बसपा में थे। 2017 का चुनाव रालोद के योगेश नौहवार से महज 432 वोटों से जीते।
जिले में मांट ही ऐसी विधानसभा सीट थी, जिस पर कभी भाजपा का कमल नहीं खिल सका। 2017 में यहां एसके शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में बेहतर प्रदर्शन किया और 60 हजार वोट लाए। भाजपा ने इस बार एसके शर्मा को बदल राजेश चौधरी को प्रत्याशी बनाया। राजेश चौधरी की पत्नी नौहझील की ब्लाक प्रमुख हैं। ब्लाक प्रमुख रहते विकास कार्य कराने से राजेश ने मतदाताओं में अपनी पकड़ मजबूत की।
युवा होने का भी राजेश को फायदा मिला। दूसरे, सपा और रालोद गठबंधन में पूर्व में शुरू हुई रार भी राजेश की जीत के लिए फायदेमंद साबित हुई। चुनाव से ठीक पहले और चुुनाव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद जनसभा की। मजबूत बूथ के जरिए भाजपा ने श्याम का अभेद्य दुर्ग ढहा दिया।
एक नजर
राजेश चौधरी-भाजपा-83958
श्यामसुंदर शर्मा-बसपा-74378
संजय लाठर-सपा-60585
सुमन चौधरी-कांग्रेस-1281
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