Unlock in Agra: प्रार्थना में भी रहेगी हर कदम पर सर्तकता, ये रहेगी धर्म स्थलों पर नई व्यवस्था
Unlock in Agra जगन्नाथ मंदिर ने स्थगित की रथयात्रा। हजारों लोग होते थे शामिल। चर्च में 14 जून से होगी प्रार्थना सभा पहले करेंगे सेनिटाइज।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के बचाव को लेकर धर्म स्थलों में लगातार बैठकें हो रही हैं। बुधवार को भी कई महत्वपूर्ण निर्णय मंदिरों और चर्चों में लिए गए। ताकि किसी को भी दिक्कत न हो। शासन- प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करते हुए सभी स्वस्थ रहे और नियमित पूजन करें।
रश्मि नगर, कमला नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर (इस्कान) के व्यवस्थापकों ने मंदिर को 25 जून को खोलने का निर्णय लिया। मंदिर के व्यवस्थापक अरविंद स्वरूप महाराज ने बताया कि पांच जून से जगन्नाथ जी के अस्वस्थ होने पर दर्शन बंद होने थे। उसके बाद 22 जून को नयनोत्सव मनाया जाता, उसमें भारी भीड़ उमड़ती। इसके बाद 23 जून को विशाल रथ यात्रा प्रति वर्ष की तरह निकाली जाती, जिसमें रथ को खींचते हुए श्रद्धालु निकलते। ये सभी आयोजन स्थगित कर दिए गए हैं। 25 जून को ही मंदिर खुलेगा। उसके बाद ही श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान सभी नियमों का पालन किया जाएगा। जो भी उत्सव हैं, वे सभी सोशल मीडिया पर देखे जा सकेंगे। रथयात्रा भी मंदिर में प्रतीकात्मक होगी, जिसमें केवल मंदिर के सेवक ही शामिल होंगे।
सेंट पीटर्स चर्च में प्रार्थना सभा 14 से
वजीरपुरा मार्ग स्थित निष्कलंक माता के महागिरजाघर (सेंट पीटर्स चर्च) 14 जून से खोला जाएगा। इस दौरान उसकी सफाई आदि कराई जाएगी। सेनिजाइजेशन कराया जाएगा। कैथोडिल के बिशप हाउस के पीआरओ फादर वर्गीज ने बताया कि अन्य दिनों में तो 8-10 लोग ही प्रार्थना सभा में आते हैं, लेकिन रविवार को विशेष सर्तकता रखी जाएगी। सभी के हाथ धुलवाने के बाद ही प्रवेश करने दिया जाएगा। मास्क भी अनिवार्य कर दिए जाएंगे।
वहीं दूसरी ओर से चर्च आफ नार्थ इंडिया के बिशप पीपी हाबिल ने बताया कि उन्होंने अपने अधीन आने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तरांचल के सभी 50 चर्चों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने चर्चों को पूरी तरह सेनिटाइज करें, इसके लिए मशीनें खरीद लें। आठ जून को शासन-प्रशासन द्वारा दिए जाने वाले निर्देश के तहत 14 जून से प्रार्थना सभा की शुरुआत हो जाएगी।