तैरना नहीं जानता था फिर भी बचा ली चार मासूमों की जान, चरवाहे की हिम्मत और सूझबूझ से सब हैरान; लगाई ये ट्रिक
धौलपुर में पार्वती नदी में नहाते समय दो सगी बहनों की डूबने से मौत हो गई। खरगपुर गांव के पास हुई इस घटना में छह लड़कियां शामिल थीं जिनमें से चार को एक ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, धौलपुर (आगरा)। एक ऐसा शख्स जिसे तैरना नहीं आता, वह भरी और गहरी नदी में कूदेगा? पार्वती नदी के किनारे गुरुवार दोपहर एक चरवाहे ने ऐसा ही साहस दिखाया। नदी में नहा रहीं छह बच्चियों को डूबता देख वह खुद को रोक नहीं सका। मगर वह तैर न पाने की अपनी सीमा भी जानता था।
खरगपुर के रामकेश ने यहां साहस के साथ सूझबूझ से काम लिया। एक महिला से साड़ी लेकर उसका सिरा नदी किनारे बांधा और दूसरा सिरा पकड़ नदी में उतर गया। वह चार बच्चियों को बचा लाया। मगर, अफसोस वह दो सगी बहनों को नहीं बचा सका। मृत दोनों बच्चियां उसके अपने ही गांव की हैं।
हादसा गुरुवार दोपहर 12 बजे हुआ। आगरा सीमा से सटे सैंपऊ उपखंड के ग्राम खरगपुर के पास पार्वती नदी में छह बालिकाएं स्नान करने गई थीं। अचानक उनका पैर गहरे पानी में गया और सभी डूबने लगीं। उन्होंने शोर मचा दिया।
यह देख खरगपुर के ही रामकेश पहुंच गए। उन्होंने सूजबूझ का परिचय देते हुए चार की जान बचा ली। दो को नहीं बचाया जा सका। सूचना पर मौके पर तहसीलदार मनोज भारद्वाज, थाना अधिकारी हरेंद्र सिंह पहुंच गए। थाना अधिकारी ने बताया खरगपुर की आशिका पुत्री मोती सिंह जाटव और उसकी बड़ी बहन काजल की नदी में डूबकर मृत्यु हुई है।
बताया गया कि तूफान के चलते बिजली नहीं आने के कारण एक परिवार की तीन महिलाएं, सात बालिकाएं व एक बालक। सभी गांव से 200 मीटर दूर बह रही पार्वती नदी में नहाने गए थे। तीन महिलाएं और बालक नदी के किनारे पर नहा रहे थे जबकि बालिकाएं एक साथ पानी में नहाने के लिए आगे बढ़ गईं।

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