आगरा में जहरीली हवा! बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर, सांस नलिकाओं में सिकुड़न; दे रहे नेबुलाइजर
आगरा में वायु प्रदूषण बढ़ने से बच्चों में सांस की समस्या बढ़ रही है। कार्बन मोनो आक्साइड और ओजोन का स्तर बढ़ने से आवास विकास कॉलोनी सबसे ज्यादा प्रभावित है। डॉक्टरों के अनुसार, बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है और उन्हें नेबुलाइजर देना पड़ रहा है। अस्थमा और हृदय रोगियों को भी परेशानी हो रही है। डॉक्टरों ने प्रदूषण से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी है।

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, आगरा। हवा में कार्बन मोनो ऑक्साइड, ओजाेन, सल्फर डाई आक्साइड के साथ ही अति सूक्ष्म कण का स्तर लगातार बढ़ने से बच्चों को सांस लेने में परेशानी और खांसी की समस्या हो रही है। अति सूक्ष्म कण और प्रदूषक तत्वों के सांस नलिकाओं तक पहुंचने से सूजन आ रही है, ऐसे में बच्चों को दिन में तीन से चार बार नेबुलाइजर देना पड़ रहा है, चार से पांच दिन में बच्चों को आराम मिल रहा है। रविवार को भी वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) सामान्य से अधिक रहा। आवास विकास कालोनी की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित रही।
अति सूक्ष्म कण 250 से पार, कार्बन मोनो ऑक्साइड और ओजोन का स्तर बढ़ा
वाहनों के जाम में फंसने और निर्माण कार्य के चलते वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। शाम के समय पीएम2. 5 (अति सूक्ष्म कण) 250 से अधिक दर्ज किए गए। कार्बन मोनो आक्साइड 50 से अधिक और ओजोन का स्तर 150 से ज्यादा दर्ज किया गया। एसएन मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग के डा नीरज यादव ने बताया कि पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे जिन्हें एलर्जी की समस्या रहती है उन्हें वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से सांस संबंधी समस्या होती है। सांस लेने में परेशानी की समस्या के साथ मरीज आ रहे हैं, निमोनिया के मरीज भी आने लगे हैं।
आवास विकास कॉलोनी सबसे ज्यादा प्रदूषित, सांस और हृदय, मधुमेह रोगियों को हो रही परेशानी
इंडियन एकेडमी आफ पिडियाट्रिक्स आइएपी आगरा के उपाध्यक्ष डॉक्टर अरुण जैन ने बताया कि बच्चों की सांस नलिकाओं में प्रदूषक तत्व और अति सूक्ष्म कणों से सूजन आ रही है। सांस लेने में परेशानी और बुखार आ रहा है, बच्चों को दिन में तीन से चार बार नेबुलाइजर देना पड़ रहा है इसके बाद आराम मिल रहा है। ठीक होने में चार से पांच दिन का समय लग रहा है। एसएन मेडिकल कालेज के फिजीशियन डा. मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि रात और सुबह के समय अस्थमा, हृदय रोगी और मधुमेह रोगियों को परेशानी हो रही है। सांस लेने में परेशानी के साथ ही बेचैनी और घबराहट की समस्या होने लगती है।
ये करें
- सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीज, मधुमेह और हृदय रोगी सुबह और रात में टहलने ना जाएं, धूप निकलने पर ही टहलें
- ज्यादा प्रदूषित वाली जगह पर जाने से बचें, सांस रोगी मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं
- गर्म कपड़े पहनें और सर्दी से बचाव करें
- पौष्टिक आहार और शरीर को गर्माहट देने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करें
- ठंडा पानी की जगह गुनुगना पानी पी सकते हैं
सर्द हवा चलने से तापमान में गिरावट
सर्द हवा चलने से न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे पहुंच गया है। शनिवार को न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी हुई, सुबह का तापमान 11.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोपहर में तेज धूप निकलने से अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। शाम को सर्द हवा चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सुबह का तापमान नौ डिग्री तक पहुंचेगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।