अकबर के मकबरे का इतिहास बताएंगी पुरानी पेंटिंग व फोटो, बनाया जा रहा है टूरिस्ट इंटरप्रिटेशन सेंटर
गाइड के बगैर यहां आने वाले पर्यटकों को स्मारक से जुड़ी सही जानकारी नहीं मिल पाती है। सिकंदरा के पूर्वी दालान में बनाया जाएगा टूरिस्ट इंटरप्रिटेशन सेंटर। पर्यटकों को स्मारक के इतिहास वास्तुकला के बारे में मिलेगी जानकारी।

आगरा, जागरण संवाददाता। मुगल शहंशाह अकबर के मकबरे में टूरिस्ट इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाया जाएगा। स्मारक के दक्षिणी गेट (प्रवेश द्वार) के नजदीक स्थित पूर्वी दालान में बनाए जाने वाले सेंटर में पुरानी पेंटिंग व टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से पर्यटकों को स्मारक के इतिहास, वास्तुकला व समय-समय पर हुए संरक्षण कार्यों की जानकारी मिल सकेगी। इस पर 18 से 19 लाख रुपये व्यय होंगे।
मुगल शहंशाह अकबर ने आगरा को अपनी राजधानी बनाया था। उसने यहां आगरा किला, फतेहपुर सीकरी के साथ सिकंदरा (अकबर का मकबरा) का निर्माण कराया था। अकबर का मकबरा आगरा-मथुरा हाईवे पर स्थित है। वर्ष 1605 में अकबर की मृत्यु के बाद इस मकबरे को जहांगीर ने पूरा कराया था। गाइड के बगैर यहां आने वाले पर्यटकों को स्मारक से जुड़ी सही जानकारी नहीं मिल पाती है। स्मारक के इतिहास, वास्तुकला आदि के बारे में जानने को पर्यटकों के मन में उमड़ने वाली जिज्ञासाएं अनुत्तरित रह जाती हैं।
ये होगा इंटरप्रिटेशन सेंटर में
पर्यटकों की सुविधा को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) यहां टूरिस्ट इंटरप्रिटेशन सेंटर तैयार करा रहा है। स्मारक के पूर्वी दालान में बनने वाले सेंटर में पुरानी पेंटिंग, फोटोग्राफ, मैप्स व टेक्स्ट के माध्यम से पर्यटकों को स्मारक के इतिहास, वास्तुकला, समय-समय पर किए गए संरक्षण कार्यों के बारे में जानने का मौका मिलेगा। इसके बोर्ड तैयार कर लगाए जाएंगे। सिकंदरा पर आधारित डाक्यूमेंट्री का प्रदर्शन भी यहां किया जाएगा। पूर्वी दालान में सेंटर बनाने को इन दिनों सिविल वर्क का काम किया जा रहा है। फ्रेम भी बनकर तैयार हो जाएंगे।
अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि अकबर के मकबरे और फतेहपुर सीकरी में टूरिस्ट इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाने का काम चल रहा है। शीघ्र ही दोनों स्मारकों में सेंटर बनकर तैयार हो जाएंगे।
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