आगरा में इस बार का रावण होगा खास, 100 फीट का पुतला तैयार कर रहे मथुरा के कारीगर
Agra News रामलीला मैदान में 100 फीट का रावण का पुतला किया जा रहा तैयार। इलेक्ट्रिक आतिशबाजी के देखने को मिलेंगे नजारे। बटन दबाते ही जलने लगेगा रावण मेघनाथ घुमाएगा तलवार। दयालबाग में जनकपुरी की तैयारियाें ने पकड़ी तेजी।

आगरा, जागरण संवाददाता। पूरे उत्तर भारत में आगरा की रामलीला सबसे खास होती है क्योंकि दूसरे शहराें के मुकाबले यहां आयोजन वृहद पैमाने पर होता है। इस बार दशहरा के लिए रावण का पुतला भी खास बन रहा है। 100 फीट लंबे पुतले को बनाने में समय भी काफी लगेगा और इसे अलग अलग चरणाें में तैयार कराया जा रहा है। रामलीला मैदान में दशहरा पर रिमोट का बटन दबाते हुए धूं धूं कर रावण का पुतला जलने लगेगा। मेघनाथ के हाथ में तलवार घूमती दिखाई देगी। इलेक्ट्रिक आतिशबाजी से रावण का दहन किया जाएगा।
श्री रामलीला कमेटी के उपमंत्री आनंद मंगल ने बताया कि रावण के पुतले का एक−एक कर सिर गिरेगा। गर्दन घूमेगी और रिमोट का बटन दबाते ही पुतला जलने लगेगा। इस बार इलेक्ट्रिक आतिशबाजी का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही आतिशबाजी की प्रतियोगिता होगी, इसके विजेता को सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आसपास की जगहाें से आतिशबाज आ रहे हैं।
अलग अलग साइज के पुतले
मथुरा के रहने वाले जाफर अली अपने छह कारीगरों के साथ रामलीला मैदान के पास स्थित हनुमान मंदिर में 100 फीट का रावण का पुतला तैयार कर रहे हैं। पांच अलग अलग हिस्सों में रावण का पुतला तैयार किया गया है। इसके साथ ही 45 फीट का कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला भी तैयार किया जा रहा है। ताड़का का पुतला 12 फीट का है। जाफर का परिवार 135 वर्ष से रावण का पुतला तैयार कर रहा है।
पांच हिस्सों में बन रहा रावण का पुतला
− चेहरा
− हाथ
− पगड़ी
− मुकुट
− धड़
इस तरह तैयार हो रहा पुतला
धड़− 30 फीट
मुकुट− 25 फीट
चेहरा− 20 फीट
पैर− 10 फीट
जानकी मंदिर की तरह जनक महल
दयालबाग में सजाई जा रही जनकपुरी में नेपाल के जानकी मंदिर की तर्ज पर जनक महल बनाया जा रहा है। कोलकाता के 65 कारीगरों द्वारा 160 फुट चौड़े और 110 फुट ऊंचे जनक महल को 15 हजार बांस बल्लियों के सहारे साकार किया गया है। सफेद कपड़ा भी लगा दिया गया है। अब थर्माकोल पर हल्की स्वर्णिम आभा के साथ श्वेत रंग में तीन बड़ी बुर्जियां तैयार की जाएंगी। मेहराबों और झरोखों के साथ जनक महल की आभा अद्वितीय होगी। एक हजार सुसज्जित गमले और चार फव्वारे इसका आकर्षण बढ़ाएंगे। लगभग 1500 लोगों के बैठने के लिए सोफे और कुर्सियां लगाई जाएंगी।
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