Ganga Jal Supply in Agra: स्टोरेज करके चलिए, गहरा सकता है आगरा शहर में पेयजल संकट, ये है वजह
Ganga Jal Supply in Agra मटमैले गंगाजल के चलते शहर में गहरा सकता है पेयजल संकट। मिट्टी की मात्रा बढ़ने के चलते पालड़ा फाल से गंगाजल की आपूर्ति में होगी कमी। शहर को हर दिन 400 एमएलडी पानी की है दरकार 350 एमएलडी मिलता है गंगाजल।

आगरा, जागरण संवाददाता। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश का असर गंगाजल की आपूर्ति पर पड़ना शुरू हो गया है। मटमैले पानी के चलते कभी भी शहर में पेयजल संकट गहरा सकता है। मिट्टी की मात्रा बढ़ने पर अपर गंगा कैनाल से गंगाजल की आपूर्ति को रोक दिया जाएगा। इसका असर पालड़ा फाल, बुलंदशहर पर भी पड़ेगा। मटमैले पानी के चलते 350 के बदले 280 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति हो रही है जबकि शहर को हर दिन 400 एमएलडी पानी की जरूरत है।
जीवनी मंडी वाटरवर्क्स को 70 फीसद गंगाजल की आपूर्ति
गंगाजल की मात्रा में तेजी से कमी आ रही है। पालड़ा फाल से जो भी गंगाजल मिलेगा। उसमें 70 फीसद गंगाजल की आपूर्ति जीवनी मंडी वाटरवर्क्स को की जाएगी जबकि 30 फीसद गंगाजल सिकंदरा स्थित गंगाजल प्लांट को मिलेगा।
यमुना जल की अधिक आपूर्ति
गुरुवार को सिकंदरा स्थित एमबीबीआर प्लांट से 70 के बदले 75 एमएलडी यमुना जल की आपूर्ति हुई। आने वाले दिनों में यमुना जल की आपूर्ति को और भी बढ़ाया जा सकता है।
कमला नगर, यमुनापार सहित कई क्षेत्रों में लड़खड़ाई जलापूर्ति
गुरुवार को कमला नगर ए ब्लाक, यमुनापार, गोबर चौकी, पचकुइयां, बोदला चौराहा, लोहामंडी रोड, तहसील सदर के आसपास के क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति लड़खड़ा गई। शिकायतों के बाद भी जल संस्थान की टीम ने टैंकरों से पानी नहीं भेजा। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं 21 स्थलों पर लीकेज हुए। इससे लाखों लीटर पानी बर्बाद हुआ।
सौरभ निकुंज की महिलाओं ने किया प्रदर्शन
दयालबाग स्थित सौरभ निकुंज की महिलाओं ने गुरुवार दोपहर कालोनी परिसर में प्रदर्शन किया। नगर निगम और जल संस्थान के खिलाफ नारेबाजी की। गंगाजल न मिलने पर मटके फोड़े। महिलाओं का कहना था कि तीन साल पूर्व कालोनी में गंगाजल की लाइन बिछाई गई थी। अभी तक लाइन को चालू नहीं किया गया है। डा. वीना सारस्वत ने कहा कि नगर निगम, जल संस्थान और जल निगम के अफसरों से बीस शिकायतें की जा चुकी हैं लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। नीतू कुशवाहा ने कहा कि दो करोड़ रुपये मंजूर होने के बाद भी पानी की लाइन नहीं बिछाई जा रही है। सत्यवती गौतम ने कहा कि जल्द ही लाइन नहीं बिछाई गई तो कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया जाएगा। अनीता गौतम, रजनी, आरती, गौरी वर्मा, लक्ष्मी शामिल रहीं।
पालड़ा फाल से मटमैले गंगाजल की आपूर्ति हो रही है। इससे जीवनी मंडी वाटरवर्क्स और गंगाजल प्लांट में गंगाजल के शोधन में दिक्कत आ रही है।
आरएस यादव, महाप्रबंधक जल संस्थान
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