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    Boys Hostel: अतीत में रहा गौरवशाली इतिहास, आज उसी विवि में छात्रों के लिए नहीं है रहने को छात्रावास

    By Prateek GuptaEdited By:
    Updated: Sat, 03 Apr 2021 09:26 AM (IST)

    आंबेडकर विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए नहीं है छात्रावास। 22 सालों से बंद है छात्रों का छात्रावास। निदेशकों और छात्रों द्वारा उठाई जा रही है मांग। द ...और पढ़ें

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    आंबेडकर विवि के छात्रों को इधर उधर कमरे लेकर रहना पड़ रहा है।

    आगरा, प्रभजोत कौर। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए एक भी छात्रावास नहीं है। कई बार निदेशकों और छात्रों द्वारा छात्रावास की मांग की गई है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। सुल्तानगंज की पुलिया के पास विजय नगर में बना छात्रावास 22 सालों से बंद है। ललित कला संस्थान का छात्रावास भी 2002 में बंद हो गया था। विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने वाले दूसरे शहरों के छात्र किराए पर रहते हैं। खंदारी परिसर में छात्राओं के साथ हुई घटना के बाद एक बार फिर से छात्रावास की मांग उठी है।

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    199 कमरे थे छात्रावास में

    1959 में विश्वविद्यालय का सुल्तानगंज की पुलिया के पास विजय नगर में छात्रावास बनाया गया था। जिसमें 199 कमरे थे। इसमें रिसर्च स्कालर रहा करते थे। यह छात्रावास 1999 से बंद है। वर्तमान में इमारत भी नहीं है। निवर्तमान कुलपति अरविंद दीक्षित के समय में छात्रावास की इमारत तोड़ी गई थी। सूत्रों की मानें तो इमारत तोड़ने के लिए ही 22 लाख रुपये से ज्यादा का ठेका उठा था। योजना थी कि यहां नए डिजायन में छात्रावास बनाया जाएगा। पर यहां अभी काम ही नहीं शुरू हुआ है। ललित कला संस्थान में भी छात्रावास था, जो 2002 में बंद हो गया था। इस छात्रावास की क्षमता भी 200 छात्राओं की थी। वर्तमान में छात्राओं के लिए गृह विज्ञान संस्थान में 100 क्षमता का एकमात्र छात्रावास है। यहां भी संस्थान की छात्राओं को वरीयता दी जाती है।

    कई बार उठाई गई मांग

    इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत ने ही छात्राओं के साथ छेड़खानी का मुद्दा उठाया था। उन्होंने ही कुलपति, चीफ प्रोक्टर और पुलिस में शिकायत की थी। इसके बाद ही सख्ती हुई थी। प्रो. सारस्वत का कहना है कि छात्राओं के लिए छात्रावास न होना, चिंता का विषय है।कई बार मांग की जा चुकी है। दूसरे शहरों के जो छात्र खंदारी परिसर के विभागों में पढ़ते हैं, वे इसी क्षेत्र में किराए पर र हते हैं। छात्रावास में अनुशासन के साथ ही सुरक्षा भी होती है।

    छलेसर परिसर में हो सकती है व्यवस्था

    विश्वविद्यालय के छलेसर परिसर में छात्रावास बनाया गया था, जो अब काफी खराब हालत में है। कुलपति प्रो. अशोक मित्तल इसी छात्रावास की मरम्मत करा चालू कराना चाहते हैं। उसके बाद सुल्तान गंज की पुलिया के पास विजय नगर में छात्रावास बनाने की योजना बनाई जाएगी। सिविल लाइंस स्थित संस्कृति भवन में भी छात्राओं के लिए छात्रावास शुरू करने की मांग छात्रों द्वारा उठाई जा चुकी है।