सूखी खांसी के लिए घातक है अदरक, बस ये छोटी सी चीज देगी राहत Agra News
दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में आयुर्वेद में इलाज से जुड़े सवालों के जवाब डॉ. कविता गोयल कंसल्टेंट आयुर्वेदिक फिजीशियन ने दिए।
आगरा, जागरण संवाददाता। एलर्जी से सर्दी जुकाम और खांसी की समस्या बढ़ रही है। सूखी खांसी में अदरक और तुलसी का सेवन करने से समस्या और बढ़ रही है। इस तरह की खांसी में मुलेठी का सेवन करने से राहत मिलती है। दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में सामान्य सर्दी जुकाम से लेकर गंभीर बीमारियों के आयुर्वेद में इलाज से जुड़े सवालों के जवाब डॉ. कविता गोयल, कंसल्टेंट आयुर्वेदिक फिजीशियन ने दिए।
सवाल : सूखी खांसी की समस्या है, अदरक और तुलसी का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन ठीक नहीं हो रही है। दयाशंकर तिवारी, सीमा तोमर, अनीता आगरा
जवाब : सूखी खांसी में अदरक और तुलसी का सेवन ना करें, इससे खांसी और बढ़ सकती है। इसे कफ वाली खांसी में ही इस्तेमाल करें। सूखी खांसी में मुलेठी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सवाल : एलर्जी की समस्या है, सर्दी जुकाम के साथ कफ आता है और खांसी है। रोहित शर्मा, आगरा राजीव फीरोजाबाद, राज चौहान, मैनपुरी
जवाब : इसके लिए चित्रक हरित की अवलेह दूध के साथ ले सकते हैं।
सवाल : चलते चलते सांस फूलने लगती है, दर्द रहता है। रमेश कुमार, टूंडला
जवाब : फेफड़ों में संक्रमण के कारण यह हो सकता है, आयुर्वेद की दवाओं से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ सांस फूलने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
सवाल : सर्वाइकल कैंसर था, कीमोथैरेपी कराई है। क्या आयुर्वेद की दवाएं ले सकते हैं।
जवाब : कीमोथैरेपी से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, ऐसे में डॉक्टर के परामर्श से आयुर्वेदिक दवाएं ले सकते हैं। इसके अच्छे रिजल्ट हैं।
सवाल : बच्चे के गांठ हैं, एलोपैथी का इलाज कराया लेकिन ठीक नहीं हुई हैं। मुकेश, फीरोजाबाद
जवाब : गांठ किस कारण से हैं, पहले यह डायग्नोज करना होगा। इसके बाद ही क्या इलाज दिया जाए? यह बताया जा सकता है।
सवाल : पत्नी की उम्र 35 साल है, घुटनों में असहनीय दर्द रहता है। ओम प्रकाश, मैनपुरी
जवाब : यह रूमेटॉइड अर्थराइटिस गठिया का दर्द हो सकता है, इसमें तेल की मालिश ना करें, सिकाई कर सकते हैं।
सवाल : अस्थमा की समस्या है, आयुर्वेद में इसका इलाज है क्या? प्रेम शंकर शर्मा, आगरा विजेंद्र मैनपुरी
जवाब: अस्थमा के मरीजों में सांस की नलिकाओं को खोलने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की दवा दी जाती है। इससे अस्थमा के मरीजों को राहत मिलती है।
सवाल : तीन साल पहले निमोनिया हुआ था, अब सर्दी बनी रहती है। कृष्ण मुरारी मिश्रा, आगरा
जवाब : यह समस्या एलर्जी के कारण हो सकती है, ऐसे केस में तीन से छह महीने के लिए दवाएं दी जाती हैं, जिससे जल्दी जल्दी सर्दी जुकाम ना हो।
जागरण के सवाल
सवाल : सर्दी जुकाम, खांसी में अदरक और तुलसी का सेवन करना ठीक है।
जवाब : अदरक और तुलसी का सेवन कफ वाली खांसी के लिए अच्छा है, सूखी खांसी में अदरक और तुलसी के सेवन करने से परेशानी और बढ़ जाती है। इसमें मुलेठी का सेवन करना चाहिए। मुलेठी को पानी में उबाल कर और एक ग्राम मुलेठी का पाउडर शहद से ले सकते हैं।
सवाल : आयुर्वेद की दवा शहद के साथ ही क्यों लेते हैं?
जवाब : शहद से आयुर्वेद की दवा का गुण बढ़ जाता है लेकिन गर्म चीज में मिलाकर शहद नहीं लेना चाहिए। इससे प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
सवाल : कब्ज की समस्या बढ़ रही है, आयुर्वेद में इलाज क्या इलाज है?
जवाब : कब्ज की समस्या खान पान और जीवनशैली से जुड़ी हुई है, रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध, दूध में मुनक्का ले सकते हैं। त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं। कब्ज की समस्या ज्यादा है तो आयुर्वेद की अन्य दवाएं डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें।
सवाल : आयुर्वेद की दवाएं चूर्ण के रूप में होती हैं, क्या यह टेबलेट के फॉर्म में नहीं हो सकती हैं।
जवाब : आयुर्वेद में मरीज को एक साथ कई दवाएं दी जाती हैं, इनका अनुपात अलग अलग होता है, इसलिए चूर्ण को मिलाकर दवा तैयार की जाती है।
सवाल : आयुर्वेद की दवाएं लेते समय परहेज भी करना पड़ता है।
जवाब : आयुर्वेद की दवाओं के साथ परहेज जरूरी है, कुछ दवाओं से एसिडिटी होती है, इसके लिए खाने का परहेज बताया जाता है। सूखी खांसी होने पर मूली, करेला, नमकीन, मूंगफली, का सेवन ना करें।
प्रोफाइल
बीएएमएस - 1989 एसआरएस स्टेट आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, बरेली
डॉ. कविता गोयल, कंसल्टेंट आयुर्वेदिक फिजीशियन