Tajmahal Closed: ताजमहल और दूसरे स्मारक की बंदी को हुआ एक महीना, 500 कराेड़ रुपये का लगा फटका
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 16 अप्रैल को बंद हुए थे स्मारक 31 मई तक बढ़ाई गई है अब बंद रहने की अवधि। स्मारक बंद होते ही ठप हो गया था पर्यटन व हैंडीक्राफ्ट्स कारोबार। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग तो सवा साल से आर्थिक मंदी से जूझ रहे हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण काल में स्मारकों की बंदी को शनिवार को एक माह पूरा हो गया। स्मारकों के बंद होने के साथ ही पर्यटन व हैंडीक्राफ्ट्स कारोबार ठप हो गए थे। स्मारकों की बंदी 31 मई तक बढ़ाई जा चुकी है। एक माह में ही पर्यटन व हैंडीक्राफ्ट्स कारोबार को करीब 500 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
पर्यटन और हैंडीक्राफ्ट्स उद्योग आगरा के प्रमुख उद्योगों में शुमार हैं। दोनों पर करीब पांच लाख लोग आश्रित हैं। दोनों उद्योग यहां आने वाले पर्यटकों पर निर्भर करते हैं। कोरोना काल में पर्यटन और हैंडीक्राफ्ट्स उद्योग सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। अन्य उद्योगों के समान पर्यटन उद्योग की सरकार द्वारा कोई सहायता नहीं की गई। रिकार्ड बंदी के बाद पर्यटन उद्योग अपने बूते उबरने की कोशिशों में जुटा हुआ था, मगर कोरोना वायरस के संक्रमण ने उसे दोबारा जोर का झटका दे दिया। 16 अप्रैल से सभी स्मारक बंद हो गए थे।
पिछले वर्ष 188 दिन बंद रहा था ताजमहल
कोरोना काल में पिछले वर्ष 17 मार्च से 20 सितंबर तक ताजमहल और आगरा किला रिकार्ड 188 दिन बंद रहे थे। फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माद्दौला, मेहताब बाग, रामबाग, मरियम टाम्ब आदि 168 दिन बंद रहे थे। ताजमहल और आगरा किला 207 दिन और अन्य स्मारक 227 दिन तक खुले रहने के बाद पर्यटकों के लिए दोबारा बंद हो गए।
विदेशी पर्यटकों पर अधिक निर्भर
आगरा का पर्यटन और हैंडीक्राफ्ट्स उद्योग विदेशी पर्यटकों पर अधिक निर्भर है। मार्च, 2020 से ही टूरिस्ट वीजा सर्विस और इंटरनेशनल फ्लाइट पर रोक के चलते विदेशी पर्यटकों के आने पर रोक लगी हुई है। स्मारक जब खुले भी थे, तो केवल भारतीय पर्यटक ही यहां आ पा रहे थे।
पर्यटन व हैंडीक्राफ्ट्स कारोबार: एक नजर
-पर्यटन कारोबार करीब पांच हजार करोड़ रुपये वार्षिक का है।
-यहां 500 छोटे-बड़े होटल, 100 से अधिक पेइंग गेस्ट हाउस और 500 से अधिक रेस्टोरेंट हैं।
-हैंडीक्राफ्ट्स कारोबार करीब ढाई हजार करोड़ रुपये वार्षिक का है।
-आगरा में छोटे-बड़े करीब 500 एंपोरियम, शोरूम व दुकानें हैं।
-पर्यटन व हैंडीक्राफ्ट्स कारोबार पर करीब पांच लाख लोग आश्रित हैं।
कोरोना काल में सबसे महत्वपूर्ण इंसान की जान बचाना है। स्मारकों को तभी खोला जाए, जब इंटरनेशनल फ्लाइट और टूरिस्ट वीजा सर्विस की शुरुआत हो। विदेशी पर्यटकों के बगैर आगरा का पर्यटन उद्योग नहीं चल सकता है। एक माह में करीब 500 करोड़ रुपये का नुकसान उद्योग को हुआ है।
-राकेश चौहान, अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन
आगरा का पर्यटन उद्योग विदेशी पर्यटकों पर अधिक निर्भर करता है। एक वर्ष से अधिक समय से टूर आपरेटर खाली बैठे हैं। उद्योग को काफी नुकसान उठाना पड़ा है और लोग बेरोजगार हुए हैं। सरकार ने न तो करों में कोई रियायत दी और न ही आर्थिक पैकेज में पर्यटन उद्योग को कुछ मिल सका।
-राजीव सक्सेना, उपाध्यक्ष टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा