Taj Mahal पहुंचा संक्रमित कुत्ता, जाल डालकर पकड़ा, बंदर भी बने हैं बड़ा सिरदर्द
पर्यटकों के लिए बड़े सिरदर्द साबित हो रहे हैं बंदर। कुत्ते व बंदरों को रोकने के लिए लगा रखी है ड्यूटी। कुत्ते के शरीर पर घाव हो रहे थे और दुर्गंध आ रही थी। प्रकरण बुधवार का बताया जा रहा।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल में बंदरों और कुत्तों को रोकने के दावे भले ही किए जा रहे हों, लेेकिन स्मारक में उनका प्रवेश नहीं रुक पा रहा है। ताजमहल के अंदर संक्रमित कुत्ता पहुंच गया। पर्यटकों के लिए संकट उत्पन्न होने पर कुत्ते को जाल डालकर पकड़ा गया। बाद में उसे स्मारक से बाहर छोड़ दिया गया। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो रहा है। यह प्रकरण बुधवार का बताया जा रहा है।
कुत्ते और बंदर का प्रवेश रोकने लगी है विशेष ड्यूटी
ताजमहल में बंदरों व कुत्तों के प्रवेश को रोकने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआइ ने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई थी। स्मारक के पूर्वी व पश्चिमी गेट पर कर्मचारियों को कुत्तों को स्मारक में प्रवेश से रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गईं। वहीं, आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों की ड्यूटी बंदरों को भगाने के लिए लगाई गई थी। स्मारक में बंदरों के प्रवेश को रोकने के लिए पेड़ों को छांटने के साथ तारबंदी की गई है। इसके बावजूद बंदरों व कुत्तों का स्मारक में प्रवेश नहीं रुक पा रहा है। बुधवार को संक्रमित कुत्ता स्मारक में प्रवेश कर गया। उसके शरीर पर घाव हो रहे थे और दुर्गंध आ रही थी। उसे जाल में पकड़कर बाहर ले जाने का इंटरनेट मीडिया में वीडियो प्रसारित हो रहा है। इसमें एएसआइ कर्मचारी कुत्ते को स्मारक से बाहर ले जाने की बात कह रहा है। एक आवाज भी गूंज रही है कि पागल कुत्ता है। कर्मचारियों की तैनाती के बावजूद कुत्तों के स्मारक में प्रवेश करने से पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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