कोहरे की चादर में छिपा ताजमहल, पर्यटक सुबह नहीं कर सके दीदार, न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस किया दर्ज
रविवार सुबह सर्दी के पहले कोहरे की वजह से ताजमहल दिखाई नहीं दिया और दृश्यता करीब 20 मीटर रही। कोहरे से अधिकतम तापमान में गिरावट आई और रात में ग ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, आगरा। सर्दी के पहले कोहरे की चादर में रविवार सुबह ताजमहल छिपा रहा, सूर्योदय के समय पर्यटक रायल गेट से ताजमहल नहीं देख सके। ताजमहल पर सुबह के समय दृश्यता 20 मीटर तक रही।
वहीं, पिछले कुछ दिनों से दिन में तेज धूप निकल रही थी, कोहरा छाने से सूरज के तेवर भी ठंडे पड़ गए, अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। रात में गलन भरी सर्दी पड़ने से लोग परेशान रहे। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार को सुबह घना कोहरा छा सकता है।
सुबह घना कोहरा छाने से खेरिया एयरफोर्स क्षेत्र में दृश्यता शून्य रही। हाईवे, एक्सप्रेसवे के साथ ही ताजमहल पर सुबह के समय दृश्यता 20 मीटर तक पहुंचने से सूर्योदय के समय रायल गेट से ताजमहल का मुख्य गुंबद दिखाई नहीं दिया, आठ बजे के बाद कोहरा छटने लगा। मेहताब बाग से सुबह 8.30 बजे तक ताजमहल दिखाई नहीं दिया।
न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नौ बजे के बाद धूप तेज होने लगी, लेकिन कुछ देर बाद ही बादल छा गए। शनिवार को दोपहर में तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसमें एक डिग्री सेल्सियस से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शाम को सर्द हवा चलने लगी, रात में गलन बढ़ने के साथ ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
पिछले पांच दिनों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान डिग्री सेल्सियस
10 दिसंबर, 25.5, 9.4
11 दिसंबर, 26.9, 9.9
12 दिसंबर, 25.4, 10.4
13 दिसंबर, 25.0, 10.5
14 दिसंबर, 23.6, 9.4
एक्यूआइ 200 के पार, संजय प्लेस सबसे ज्यादा प्रदूषित
कोहरा छाने और सर्द हवा चलने से निचली सतह पर प्रदूषक तत्व बढ़ने लगे हैं। रात नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआइ 216 दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा प्रदूषित संजय प्लेस रहा। यहां का एक्यूआइ 264 दर्ज किया गया। इसमें भी अति सूक्ष्म कण, कार्बन मोनो आक्साइड और ओजोन का स्तर अधिक रहा।
एसएन मेडिकल कालेज के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डा. जीवी सिंह ने बताया कि सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को सांस लेने में परेशानी होने लगी है। अस्थमा अटैक के मरीज भी बढ़ रहे हैं, इन्हेलर लेने के साथ ही सुबह और रात में बुजुर्ग, मधुमेह, हृदय और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीज टहलने ना जाएं।
यहां करा सकते हैं इलाज
एसएन मेडिकल कालेज की सुपरस्पेशयिलिटी विंग में हृदय रोगियों और ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों के अलग से वार्ड हैं, मरीज यहां इलाज करा सकते हैं। हार्ट अटैक के मरीजों की सुपरस्पेशियलिटी विंग में एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा है। रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग में अस्थमा अटैक, सीओपीडी और टीबी के गंभीर मरीजों के लिए आइसीयू और वार्ड है। मेडिसिन में 32 बेड का आइसीयू और एनेस्थीसिया विभाग में 22 बेड का नया आइसीयू, जिला अस्पताल में छह बेड का आइसीयू है।
रखें ये सावधानी
- सुबह और शाम को धुंध छाने पर हृदय, मधुमेह और सांस रोगी टहलने न जाएं, धूप निकलने पर ही टहलें।
- प्रदूषण अधिक होने पर घर पर ही रहें, मास्क और रूमाल का इस्तेमाल करें।
- पानी का सेवन अधिक करें, पौष्टिक आहार लें।
- गर्म कपड़े पहनें और गर्म शूप सहित शरीर को गर्माहट देने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
- घर में लकड़ी न जलाएं, धुआं न करें।
- रक्तचाप और शुगर का स्तर बढ़ने पर डाक्टर से परामर्श लेकर दवा की डोज में बदलाव करा लें।

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