आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर हादसे में महाराजगंज में तैनात दारोगा की मौत, छुट्टी पर जा रहे थे अपने घर नरोरा
14 दिन की छुट्टी लेकर सेंट्रो कार से नरोरा जा रहे थे घर। मटसेना क्षेत्र में तड़के डिवाइडर से टकराकर पलटी कार गाड़ी में मिले कागज। सात सौ किलोमीटर का सफर तय कर लिया था अकेले कार चलाकर। संभवत झपकी लगने की वजह से हुआ हादसा।
आगरा, जेएनएन। सोमवार तड़के फीरोजाबाद जिले के मटसेना थाना क्षेत्र में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में महाराजगंज में तैनात दारोगा की मौत हो गयी। पुलिस ने परिवार वालों की सूचना भेजी है।
बुलंदशहर के नरोरा निवासी 50 वर्षीय योगेंद्र कुमार महाराजगंज की पुलिस लाइन में तैनात थे। मटसेना पुलिस के मुताबिक छुट्टी लेकर योगेंद्र अपनी सेंट्रो कार से घर जा रहे थे। तड़के लगभग चार बजे मटसेना के समीप अचानक योगेंद्र की कार अनियंत्रित हुई और डिवाइडर से जा टकराई। कार कई बार पलटी। हादसे की सूचना पर यूपीडा और मटसेना थाना पुलिस की टीम पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचाया। जहाँ मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर विनय मिश्रा ने बताया कि दारोगा योगेंद्र पुत्र गंगा राम पर सामलिक थाने में तैनात थे और सीआर ड्यूटी में पुलिस लाइन में थे। कार में छुट्टी से संबंधित प्रपत्र मिले हैं। परिवार वालों को सूचना दी गई है।
झपकी बनती है मौत की वजह
एक्सप्रेस वे पर होने वाले हादसों में सुबह के वक़्त ड्राइवर को आने वाली झपकी ज्यादा मामलों में जिम्मेवार हैं। दरोगा की कार के हादसे में भी झपकी आना वजह बताया जा रहा है।
सात सौ किमी लंबा सफ़र किया था तय
नेपाल बॉर्डर पर स्थित महाराजगंज से अकेले चले दारोगा योगेंद्र ने सात सौ किमी का सफर तय किया था। इतने लंबे सफर की थकान के चलते हादसा माना जा रहा है।
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