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Solar Eclipse 2022: 27 साल बाद आकाश में फिर होगा नक्षत्रों का अनाेखा संयोग, इन लोगों को सावधान रहने की जरूरत

Solar Eclipse 2022 25 अक्टूबर को है साल का दूसरा सूर्य ग्रहण। दीपावली के दूसरे दिन ही घटित होगी खगोलीय घटना। वर्ष 1995 में 24 अक्टूबर को पड़ा था चित्रा नक्षत्र में विष्कुंभ योग और नागकरण में सूर्यग्रहण।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 19 Oct 2022 06:14 PM (IST)Updated: Wed, 19 Oct 2022 06:14 PM (IST)
Solar Eclipse 2022: 25 अक्टूबर को है साल का दूसरा सूर्य ग्रहण।

आगरा, जागरण संवाददाता। कार्तिक कृष्ण अमावस 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण चित्रा नक्षत्र में विष्कुंभ योग और नागकरण में पड़ रहा है। ये ठीक 27 वर्ष पहले 24 अक्टूबर 1995 में इसी नक्षत्र और योग में पड़ा था। फर्क बस इतना है कि 27 वर्ष पहले सूर्यग्रहण सूर्याेदय के समय था। अब सूर्यास्त के समय ग्रहण लगेगा।

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ग्रहण का असर

ज्योतिष के अनुसार, ये सूर्यग्रहण बड़े व्यापारी, सुनार, लोहार, हलवाई के लिए जीविका देने वाला तो होगा, लेकिन बहुत पीड़ादायक भी साबित होगा। वाहनों को कष्ट, चोर, अग्नि, उपद्रव, आतंकवाद को बढ़ावा और प्रचंड वायु वेग को देने वाला साबित होगा। सुरक्षा करने वाले व सीमा पर सैनिकों को भी ये ग्रहण का योग कष्ट दे सकता है।

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सूर्य ग्रहण का समय Solar Eclipse

ज्योतिषाचार्य पंडित बनवारी लाल गौड़ ने सूर्यग्रहण पर अपनी गणना करते हुए बताया, इस बार 25 अक्टूबर की शाम 4.30 से 6 बजे तक चलने वाला खंडग्रास सूर्यग्रहण कहा जाएगा। इसका सूतक सुबह 4.30 बजे शुरू होगा और यह ग्रहण संपूर्ण भारत में ग्रस्ताग्रस्त सूर्यग्रहण ही दिखेगा। इसलिए दूसरे दिन जब सूर्याेदय होगा, तभी भारत में सूर्यग्रहण समाप्त माना जाएगा।

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कार्तिक पूर्णिमा पर पड़ेगा चंद्रग्रहण

कार्तिक अमावस 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण के ठीक 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा 8 नवंबर को चंद्रग्रहण शाम 6 से 6.19 बजे तक भारत में दिखाई देगा। ये ग्रहण भी मंगलवार को होगा और सूर्यग्रहण भी मंगलवार को ही है। जो रोग देने वाला, रक्षा में सेंध, देश व देशवासियों को पीड़ा देने वाला होगा। ये ग्रहण भारत के अलावा ग्रीनलैंड, स्वीडन, नार्वे, यूनाइटेड किंग्डम, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, यमन, ओमान, सऊदी अरेबिया, इजिप्ट, इटली, पोलैंड, रोमानिया, आस्ट्रिया, ग्रीस टर्की, इराक, ईरान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उत्तरी व पश्चिमी श्रीलंका, पश्चिमी रूस, नेपाल भूटान में खंडग्रास के रूप में दिखाई देगा। भारत में भी कुछ ऐसी जगह है जैसे असोम जहां ग्रहण दिखाई नहीं देगा गुवाहाटी, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।


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