गरीबों का 'बादाम' है औषधियों की खान, फायदे इतने कि जानकर हो जाएंगे हैरान Agra News
आहार विशेषज्ञ मनोज वर्मा के अनुसार मूंगफली भिगोकर खाने वालों को बादाम से भी ज्यादा मिलती है ताकत।
आगरा, तनु गुप्ता। गरीबों का बादाम यानि मूंगफली अमूमन हर खास और आम की पसंद होती है। सर्दियों की गुनगुनी धूप में मूंगफली खाने का आनंद हर किसी की पहली पसंद होता है। अधिकांश लोग मूंगफली को स्वाद के लिए खाते हैं तो कुछ सर्द मौसम में राहत के लिए। अपने गुणों और दाम में कम होने के कारण मूंगफली को गरीबों का बादाम कहा गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बादाम की तरह ही मूंगफली भिगोकर खानेे से कई बीमारियों में फायदा मिलता है। इस बाबत आहार विशेषज्ञ मनोज वर्मा बताते हैं कि रोजाना भीगी हुई मूंगफली का सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। इसमें मौजूद न्यूट्रिएंट्स और आयरन ब्लड सर्कुलेशन ठीक रख कर हार्ट के साथ कई बीमारियों से बचा जा सकता हैैै।
डायबिटीज
आहार विशेषज्ञ कहते हैं कि रोजाना भीगी हुई मूंगफली का सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। इससे आप डायबिटीज जैसी बीमारी से बचे रहते है। इसलिये यदि आपको भी शुगर की समस्या है तो रोज सुबह को पानी में रात भर भिगोये गये मूंगफली के दाने पचास ग्राम जरूर खाएं। फाइबर से भरपूर मूंगफली को भिगो कर इसका सेवन करने से डाइजेशन सिस्टम ठीक रहता है। सर्दी में इसका सेवन शरीर को अंदर से गर्मी और एनर्जी देता है।
गैस और एसिडिटी
पोटेशियम, मैग्नीज, कॉपर, केल्सियम, आयरन, सेलेनियम के गुणों से भरपूर मूंगफली को भिगो कर सुबह खाली पेट खाने से गैस और एसिडिटी की परेशानी दूर होती है। सर्दियों में भीगी हुई मूंगफली का गुड़ के साथ सेवन करने से जोड़ो और कमर दर्द की समस्या दूर हो जाती है। यह शरीर में कैल्शियम की पूर्ति करने का एक बहुत अच्छा साधन है।
आंखों की रोशनी
बच्चों को सुबह भीगी हुई मूंगफली के कुछ दाने खिलाने से इसमें मौजूद विटामिन आंखों की रोशनी और याद्दाश्त तेज करते है। मूंगफली को खाने से शरीर में खून की कमी भी पूरी हो जाती है। इसके अलावा इससे शारीरिक उर्जा और स्फूर्ती भी बनी रहती है। मूंगफली को इन्ही गुणों के कारण शायद गरीबों का बादाम कहा जाता है।
कैंसर से सुरक्षा
मूंगफली में मौजूद तैलीय अंश गीली खांसी और भूख न लगने की समस्या को दूर करते है। रोजाना इसके कम से कम 20 दाने खाना महिलाओं को कैंसर से दूर रखता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, आयरन, नियासिन, फोलेट, कैल्शियम और जिंक शरीर को कैंसर सेल्स से लड़ने में मदद करते है।
सेहत का खजाना है मूंगफली
सेल्युलर न्यूट्रिशियनिस्ट डॉ एनके सिन्हा 100 ग्राम कच्ची मूंगफली में 1 लीटर दूध के बराबर प्रोटीन होता है। मूंगफली में प्रोटीन की मात्रा 25 प्रतिशत से भी अधिक होती है। साथ ही मूंगफली पाचन शक्ति बढ़ाने में भी मदद करती है। 250 ग्राम भूनी मूंगफली में जितनी मात्रा में खनिज और विटामिन पाए जाते हैं, वो 250 ग्राम मांस से भी प्राप्त नहीं हो सकते। मूंगफली में न्यूहट्रियन्टीस, मिनरल, एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन जैसे पदार्थ पाए जाते हैं। इसमें प्रोटीन, चिकनाई और शर्करा पाई जाती है। एक अंडे के मूल्य के बराबर मूंगफलियों में जितनी प्रोटीन व ऊष्मा होती है, उतनी दूध व अंडे से संयुक्त रूप में भी नहीं होती।
मूंगफली के खाने से दूध, बादाम और घी की पूर्ति हो जाती है। एक सर्वे के मुताबिक जिन लोगों के रक्त में ट्राइग्लाइसेराइड का लेवल अधिक होता है, वे अगर मूंगफली खाएं, तो उनके ब्लड के लिपिड लेवल में ट्राइग्लाइसेराइड का लेवल 10 फीसदी कम हो जाता है। अगर आप सर्दी के मौसम में मूंगफली खाएंगे तो आपका शरीर गर्म रहेगा। यह खांंसी में उपयोगी है व फेफड़े को बल देती है। एक बात ध्यान रखने की है कि मूंगफली पाचन शक्ति को बढ़ाती है, रुचिकर होती है, लेकिन गरम प्रकृति के व्यक्तियों को हानिकारक भी है।