यमुना में डूबने से छह लड़कियों की मौत: चार परिवारों जिंदगी भर न भूलने वाला गम दे गया हादसा, स्वजन में मचा चीत्कार
यमुना में नहाने के दौरान छह लड़कियों की मौत हुई। इस घटना ने सभी को झकझोर दिया। रोते-रोते मृतकों की मां व दादी बेसुध हो गईं। किसी तरह ग्रामीणों ने उन्ह ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, आगरा। यमुना में डूबने से छह लड़कियों की मौत हो हुई। मरने वालों में तीन सगी बहनें थीं।हादसे के बाद गांव में मातम छा गया। स्वजन की चीत्कार से पूरा गांव गूंज उठा। रोते-बिलखते स्वजन यमुना किनारे पहुंचे। इसके बाद घर पर दिनभर दहाड़ मारकर रोते रहे।
नगला नाथू में रहने वाले सुरेश जाटव आवास विकास सेक्टर चार में टाल पर काम करते हैं।परिवार में पत्नी कांता देवी के अलावा पांच बेटियां मुस्कान, दिव्या, संध्या, सलोनी व खुशी थीं।मंगलवार को यमुना में डूबने से उनकी तीन बेटियां मुस्कान, दिव्या और संध्या की मृत्यु हो गई। सुरेश जाटव के भाई दिनेश भी टाल पर काम करते हैं। यमुना में डूबने से उनकी बेटी नैना की भी मृत्यु हो गई।इसके अलावा दो रिश्तेदारों की बेटियां शिवानी और सोनम की भी मृत्यु हुई है।हादसे के वक्त सुरेश और उनके भाई दिनेश काम पर गए थे। जबकि सुरेश की पत्नी कांता देवी इटावा सत्संग में शामिल होने के लिए गई थीं।हादसे की खबर मिलते ही सभी तो रोते-बिलखते घर पहुंचे।
हादसे में छह बेटियों की मौत से गांव में मातम छाया गया। स्वजन की चीत्कार और बच्चियों के शव देखकर ग्रामीणों की आंखों से भी आंसू झलक पड़े।मुस्कान की मां कांता देवी, दादी मीना के अलावा चाचा दिनेश, चाची दीपू, बाबी,वर्षा सहित अन्य स्वजन रोते-रोते बेसुध हो गए।मृतकों के घरों के साथ ही आसपास के घरों में चूल्हे नहीं जले।देर रात तक स्वजन की चीत्कार गांव में गूंजती रही।
तीन युवकों ने दिखाई हिम्मत
यमुना में लड़कियों के डूबने की जानकारी नहा रहे मौसेरे भाई कृष्णा ने शोर मचाते हुए खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों को दी। चचेरे भाई दीपेश ने लड़कियों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन गहराई अधिक होने के कारण सफल नहीं हुआ। इस बीच खेतों में मौजूद ग्रामीण बचाव कार्य के लिए दौड़ पड़े। फोन करके लड़कियों के स्वजन को घटना की जानकारी दी गई। गांव के ही महेंद्र, छेदीलाल, गुड्डू ने लड़कियों की तलाश शुरू की।इन्हीं युवकों ने ग्रामीणों के सहयोग से लड़कियों को नदी से बाहर निकाला।
शादी वाले घर में भी छाया शोक
नगला नाथू में रहने वाले बीराराम निषाद के बेटे की बुधवार को बारात जानी है। मंगलवार को मंडप था। घर में सजावट के साथ ही दावत की तैयारी हो रही थी।गांव में हुए हादसे से बीराराम निषाद के घर में भी शोक छा गया। मंडप से जुड़े रस्मे सामान्य तरीके से संपन्न हुईं।
चार परिवारों जिंदगी भर न भूलने वाला गम दे गया हादसा
यमुना में डूबने से सुरेश की तीन बेटियों व उनके भाई दिनेश की एक बेटी की मृत्यु हुई है।इसके अलावा नगला रामबल नरायच में रहने वाले सुंदरलाल व इंद्रवती की बेटी शिवानी, नगला नहरा जलेसर रोड टेड़ी बगिया में रहने वाले अशोक कुमार व ममता की बेटी सोनम की मृत्यु हुई है।हादसा चार परिवारों को जिंदगी भर न भूलने वाला गम दे गया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।