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    Silver Price Hike: चांदी की रिकॉर्ड तोड़ महंगाई के बाद चमक नहीं होगी फीकी, त्योहारों पर खरीदारी कैसे करें?

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 07:32 AM (IST)

    Silver Price Hike चांदी की कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है जिससे बाजार में चिंता है। कीमतें 1.43 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। व्यापारी हर वर्ग के ग्राहकों के लिए हल्के चांदी के सिक्के और मूर्तियां बनाने जैसे विकल्प तलाश रहे हैं ताकि करवा चौथ और दिवाली के त्योहार पर बिक्री प्रभावित न हो। विदेशी बाजारों में मांग कम होने से भी कारोबार प्रभावित हुआ है।

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    Silver Price Hike: चांदी और सोने की खरीदारी करते ग्राहक। जागरण

    जागरण संवाददाता, आगरा। चांदी के मूल्यों में रफ्तार है। प्रति किलोग्राम मूल्य 1.43 लाख को पार कर गया है। गत वर्ष से मूल्यों में तेजी से बाजार उलझा हुआ है। जन्माष्टमी पर भी श्रीकृष्ण के पालने, बांसुरी, मूर्तियां का अधिक बाजार नहीं हो सका था।

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    मूल्यों की रफ्तार दीपावली का त्योहार फीका न कर दे, इसके लिए चांदी कारोबारियों ने विकल्प निकालने शुरू कर दिए हैं। हर वर्ग की खरीद के लिए एक ग्राम से चांदी के सिक्के तैयार करा हैं। वहीं पूजन के लिए श्रीगणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां भी चार से पांच ग्राम तक उपलब्ध हैं।

    चांदी के मूल्यों में रफ्तार, 1.43300 रुपये है प्रति किलोग्राम मूल्य

    करवा चौथ पर चांदी के बिछिए, पायल और धनतेरस, दीपावली पर चांदी के सिक्के, बर्तन, मूर्तियां और दूसरे सामान की खरीदारी होती है। चांदी मूल्य में तेजी से वृद्धि हो रही है और प्रतिदिन एक से दो हजार रुपये का अंतर आ जा रहा है। गत वर्ष दीपावली पर एक हजार 20 रुपये का बिकने वाला 10 ग्राम चांदी के सिक्के का मूल्य शुक्रवार को ही 1480 रुपये था।

    त्योहार पर चांदी के माल की रहती है डिमांड

    अभी मूल्य और बढ़ने को लेकर बाजार ने तैयारी पूरी कर ली है। उन्होंने एक ग्राम से चांदी के सिक्के की शुरुआत की है। इसके बाद दो, पांच, 10, 20, 50 और 100 ग्राम के सिक्के हैं, जिनकी सर्वाधिक मांग रहती है। इसके साथ ही लक्ष्मी-गणेश, कुबेर, राधा-कृष्ण, श्रीराम दरबार सहित अन्य मूर्तियों की मांग होती है।

    गिफ्ट में देने के लिए खरीदते हैं लोग

    उपहार में देने के लिए विभिन्न प्रकार के चांदी के मंदिर, नाव, गमले सहित दूसरे सामान की मांग होती है। चांदी का मूल्य आल टाइम हाई है और रोज अपने ही रिकॉर्ड तोड़ मूल्य वूद्धि हो रहे हैं। विदेशों तक बिखरने वाली चांदी के बर्तनों, सिक्कों चमक फींकी पड़ी है।

    अमेरिका से तो टैरिफ 50 प्रतिशत होने के कारण कारोबार हुआ ही नहीं है और मस्कट, बैंकाक, दुबई से भी आधा ही रह गया है। लोकल बाजार की भी मांग भी कम ही है। इसलिए कारोबारियों ने हल्के वजन का सामान तैयार कराया है तो भारी का भी उपलब्ध है।

    शहर में प्रतिदिन छह टन चांदी का कारोबार होता है। सर्वाधिक कार्य पायल का है, होलो मूर्तियाें का भी निर्माण होता है।

    मूल्यों में वृद्धि लगाताार हो रही है, लेकिन मांग भी बनी हुई है। हल्के और भारी दोनों तरह के सामान की मांग है। त्योहार के लिए सभी तरह की वैरायटी तैयार कराई है। उपहार के लिए भी काफी सामान उपलब्ध है। राकेश अग्रवाल, एमआरजे सिल्वर हब, कमला नगर

    करवा चौथ पर पायल, बिछया और धनतेरस पर सिक्के, बर्तन सहित दूसरे सामान की मांग होती है। विदेश भी मांग कम रही है, जबकि फुटकर बाजार भी अभी हल्का है। त्योहार के लिए कम वजन और भारी दोनों तरह के सामान तैयार कराए हैं। दीपांशु अग्रवाल, दीनदयाल आनंद कुमार सराफ, एमजी रोड