'जो घर तगादा करने आया, वो होगा मौत का जिम्मेदार', सुसाइड नोट लिख कारोबारी ने ट्रेन के आगे लगा दी छलांग
आगरा में एक जूता कारोबारी ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने स्कूटी की डिग्गी में सुसाइड नोट छोड़कर ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि जो मेरे घर तगादा करने पहुंचेगा वही मेरी मौत का जिम्मेदार होगा। स्वजन कर्ज के बारे में जानकारी से इनकार कर रहे हैं। पुलिस ने व्यापारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

जागरण संवाददाता, आगरा। कर्ज से परेशान जूता कारोबारी ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली। स्कूटी की डिग्गी में सुसाइड नोट छोड़कर उन्होंने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। सुसाइड नोट में लिखा था कि जो मेरे घर तगादा करने पहुंचेगा, वही मेरी मौत का जिम्मेदार होगा। स्वजन कर्ज के बारे में जानकारी से इनकार कर रहे हैं।
पुलिस ने व्यापारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि परिजनों का कहना है कि उन्हें किसी भी तरह के कर्ज के बारे में जानकारी नहीं है।
जूता कारोबारी ने की आत्महत्या
53 वर्षीय घनश्याम दास तनवानी जीएस ट्रेडर्स के नाम से हींग की मंडी में जूतों का कारोबार करते थे। रविवार दोपहर वह भांजे रोहित की दुकान पर पहुंचे। वहां स्कूटी छोड़कर शेविंग कराने की बात कहकर पैदल चले गए। शाम तक नहीं लौटे तो रोहित ने परिवार वालों को सूचना दी। स्वजन तलाश में जुट गए।
परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
उनके मोबाइल पर कॉल रिसीव नहीं हो रही थी। स्वजन ने थाने में गुमशुदगी की सूचना दी। थोड़ी देर बाद पता चला कि रेलवे लाइन किनारे शव मिला है। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचकर स्वजन ने शिनाख्त कर ली। स्वजन ने स्कूटर की डिग्गी चेक की तो उसमें सुसाइड नोट और मोबाइल फोन मिला।
स्कूटी की डिग्गी में सुसाइड नोट छोड़ा
सुसाइड नोट में उन्होंने घर पर तकादा करने के लिए आने वाले व्यक्ति को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। स्वजन का कहना है कि दुकानदार पर्चियों से लेनदेन करते हैं। उन्हें कर्ज के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी।
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