TB के मरीजों के लिए राहत, जांच और दवाओं के लिए जारी हुुुए हेल्प लाइन नंबर, यहां देखें लिस्ट
मरीज के निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत धनराशि 500 रुपये प्रतिमाह का लाभ नहीं मिल पा रहा है तो हेल्प लाइन नंबर पर सुबह दस से पांच बजे तक संपर्क कर सकते हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। टीबी मरीजों की जांच और दवाओं के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किए गए हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ यूबी सिंह ने बताया कि दो सप्ताह से लगातार खांसी आना, खांसी के साथ बलगम का आना, बुखार आना- विशेष तौर पर शाम के समय, लगातार वजन कम होना, भूख न लगना, किसी को टीबी की जांच कराना हो, किसी मरीज को टीबी की दवाओं की जरूरत हो, मरीज के नि:क्षय पोषण योजना के अंतर्गत धनराशि 500 रुपये प्रतिमाह का लाभ नहीं मिल पा रहा है तो हेल्प लाइन नंबर पर सुबह दस से पांच बजे तक संपर्क किया जा सकता है। सारी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क
कमल सिंह 8445361946
अरविंद कुमार यादव 9927237338
पंकज सिंह 9958809953
शशिकांत पोरवाल 8533041525
अखिलेश शिरोमणि 9758375553
एसएन इमरजेंसी के लिए तैनात किए गए अधिकारी
सुबह आठ से दोपहर तीन बजे तक डॉ जूही सिंघल 9760014708
दोपहर तीन से रात 10 बजे तक डॉ एससी जैन 9358510229
रात 10 से सुबह 8 बजे तक डॉ लोकेश कुलश्रेष्ठ 9412724343
प्रमुख अधीक्षक डॉ एके आर्य
आइएमए हेल्प लाइन नंबर 7830067676
एसएन के टेलीमेडिसिन के लिए नंबर
मेडिसिन विभाग 9045281466, 9045290421
सर्जरी 9045271466
टीबी एंड चेस्ट 9045240421
अस्थि रोग 9045071466
चर्म रोग 7310640421
प्रसूति एवं स्त्री रोग 9045171466
कैंसर 7457891612, 9557891628
बाल रोग 9045329042
मानसिक रोग 9557891482
नेत्र रोग 8979829042
दवा से लेकर परामर्श तक दे रहे चिकित्सक
आइएमए द्वारा संचालित हेल्पलाइन पर हर रोज दर्जनों फोन चिकित्सीय मदद के लिए आ रहे हैं। परामर्श के साथ ही चिकित्सीय मदद के लिए आ रहे हैं। परामर्श के साथ ही चिकित्सक दवाओं और एंबुलेंस की मदद भी रोगियों के लिए करा रहे हैं। गुरुवार को गुवाहाटी के केंद्रीय हिंदी संस्थान के शिक्षक का फोन आया कि उनकी पत्नी को अस्थमा का अटैक हुआ है। इस पर उनकी मदद कराई गई। इसी तरह ब्रेन ट्यूमर की एक मरीज का ऑरपेशन भी एक निजी अस्पताल में कराना सुनिश्चित किया गया है। कैंसर की रेडियोथेेेेरेपी की व्यवस्था भी एसएन मेडिकल कॉलेज में की गई। अब कई निजी अस्पतालों में ओपीडी खुलने लगी है, इसलिए गुरुवार को कम फोन आए। परामर्श के अलावा कई रोगियों को उनके घरों तक दवाएं भेजी गईं। इसमें हेल्प आगरा ने भी सहयोग किया।
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