सरल एप सरलता से करेगा विद्यार्थियों की शैक्षिक दक्षता का मूल्यांकन, आगरा में तैयारी शुरू
बेसिक शिक्षा परिषद ने सरल एप को किया लांच। प्रत्येक 15 दिन में आनलाइन होने वाले शिक्षण का होगा मूल्यांकन। नई व्यवस्था के अंतर्गत विद्यार्थियों को हर महीने आप्टिकल मार्क रीडर (ओएमआर) शीट के माध्यम से परीक्षा देनी होगी।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण से थोड़ी राहत मिलते ही एक जुलाई से परिषदीय विद्यालय खोलने की तैयारी है। शिक्षक विद्यालय जाएंगे, लेकिन विद्यार्थियों को आनलाइन ही पढ़ाया जाएगा। इसके साथ आनलाइन शिक्षण की मॉनीटरिंग भी की जाएगी। इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने सरल एप इजाद किया है।
इस एप के माध्यम से आनलाइन शिक्षण की सच्चाई परखी जाएगी। इसके अंतर्गत 15 दिन में विद्यार्थियों को जो भी पढ़ाया जाएगा, उसका मूल्यांकन किया जाएगा। इसका उद्देश्य समय व संसाधन की बचत और मूल्यांकन से विद्यार्थियों में निखार लाना है। फिलहाल की बात करें, तो परिषदीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की शैक्षिक दक्षता का आंकलन तिमाही टर्म एग्जाम के माध्यम से किया जाता है। इसमें विद्यार्थी उत्तर पुस्तिका पर अपना उत्तर लिखते हैं, उन्हें एक साथ ब्लाक संसाधन केंद्र भेजकर उनका मूल्यांकन कराया जाता है। इसके बाद विद्यार्थियों के प्रदर्शन की डाटा फीडिंग की जाती है। इन प्रक्रिया में काफी समय लगता है।
यह होगी नई व्यवस्था
सरल एप के माध्यम से अपनाई जाने वाले नई व्यवस्था के अंतर्गत विद्यार्थियों को हर महीने आप्टिकल मार्क रीडर (ओएमआर) शीट के माध्यम से परीक्षा देनी होगी। शिक्षक उन ओएमआर शीट को सरल एप पर अपलोड करेंगे। इससे तुरंत ही विद्यार्थियों की शैक्षिक दक्षता का परिणाम सामने आ जाएगा। इससे विद्यार्थियों के सीखने व समझने के स्तर का मूल्यांकन आसानी से हर 15 दिन में किया जा सकेगा।
शासन स्तर से विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता के त्वरित व प्रभावी मूल्यांकन के लिए सरल एप लांच किया है। कोरोना संक्रमण के बाद हालात सामान्य होते ही विद्यार्थियों का मूल्यांकन इसी विधि से किया जाएगा। प्रधानाध्यापकों को इसकी जानकारी दी जा रही है।
राजीव कुमार यादव, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।

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