अंतिम विदाई में नहीं आए अपने... 33 दिन बाद रूसी नागरिक का ईसाई धर्म के अनुसार पुलिस ने किया अंतिम संस्कार
Agra News एक विदेशी नागरिक सर्जेल प्लाखोटिया जो टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था की मथुरा में तबीयत बिगड़ने के बाद आगरा में मृत्यु हो गई। परिवार की असमर्थता के कारण पुलिस ने ईसाई रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार किया। एमएम गेट थाना पुलिस ने अंतिम संस्कार का खर्च उठाया और शव को सुरक्षित रखवाया था।

जागरण संवाददाता, आगरा। श्रीकृष्ण की भक्ति और मोहब्बत की निशानी ताजमहल को देखने की चाहत विदेशी नागरिक को भारत खींच लाई। मथुरा के इस्कॉन मंदिर में कुछ समय बिताने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। इलाज के लिए उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। लेकिन यहां सांसों की डोर थम गई।
शव को पोस्टमार्टम गृह में डीप फ्रीजर में रखने के बाद पुलिस ने 33 दिन तक प्रयास किया। स्वजन के आगरा आने में असमर्थता जताने के बाद पुलिस ने विदेशी नागरिक के शव का उसके ईसाई रीति रिवाज के साथ शुक्रवार शाम को अंतिम संस्कार कर दिया। दूरी अधिक होने के कारण आखिरी सफर में उसे अपनों का साथ नसीब नहीं हुआ।
टूरिस्ट वीजा पर अकेले ही भारत घूमने आए थे, मथुरा में बिगड़ी थी तबीयत
रूस और यूक्रेन बॉर्डर के पास स्थित शहर में रहने वाले 56 वर्षीय सर्जेल प्लाखोटिया टूरिस्ट वीजा पर 27 सितंबर को भारत आए थे। श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में उन्होंने समय बिताया। इस्कॉन मंदिर भी गए। मथुरा में तबीयत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज में सात अगस्त को भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान 15 अगस्त को उनकी मृत्यु हो गई।
ड्रीप फ्रीजर में रखवाया था शव
एमएम गेट थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस के डीप फ्रीजर में सुरक्षित रखवाकर दिल्ली स्थित रूस के दूतावास की मदद से सर्जेल के स्वजन से संपर्क करने की कोशिश की। मगर, रूस की सरकार की ओर से लंबे समय तक कोई जवाब नहीं मिला। पुलिस के लगातार प्रयास के बाद आखिरकार स्वजन का पता चल गया, लेकिन मां ने भारत आकर शव ले जाने में असमर्थता जताई। भारत सरकार और आगरा पुलिस प्रशासन से शव का अंतिम संस्कार कराने का अनुरोध भी किया।
ईसाई धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कराया
18 सितंबर को दूतावास से अंतिम संस्कार का आदेश मिलने के बाद एमएम गेट थाने के एसओ अजब सिंह ने शुक्रवार को सर्जेल प्लाखोटिया के शव का तोता ताल स्थित ईसाई कब्रिस्तान में ईसाई धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कराया। थानाध्यक्ष एमएम गेट अजब सिंह के साथ अन्य पुलिसकर्मी स्वजन की तरह मृतक के अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि मृतक विदेशी नागरिक के पास 31 मई 2024 से 31 मई 2029 तक का पासपोर्ट था। 28 सितंबर 2024 से 27 सितंबर 2025 तक का टूरिस्ट वीजा था। स्वजन के भारत आने में असमर्थता जताने पर उनकी मर्जी के हिसाब से शव का ईसाई धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कराया गया है।
पुलिस ने उठाया अंतिम संस्कार कर खर्च
विदेशी नागरिक के अंतिम संस्कार का खर्च एमएम गेट थाना पुलिस ने उठाया। पांच हजार रुपये का ताबूत खरीदा। इसके बाद ईसाई कब्रिस्तान में एक हजार रुपये की ग्राउंड फीस जमा की। पादरी से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कराई। इससे पहले पोस्टमार्टम हाउस से कब्रिस्तान शव लेकर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने यहां पर ईसाई धर्म के अनुसार शव यात्रा निकाली।
सुरक्षित रखवाया शव
विदेशी नागरिक की मृत्यु के बाद एमएम गेट थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस पर शव को डीप फ्रीजर में सुरक्षित रखवाया। शव की निगरानी के लिए एक होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई। ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड दिन-रात शव की निगरानी करते थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।