कांच कारखानों में थम गया उत्पादन, जानिए क्या है इसके पीछे वजह
न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने की मांग को लेकर श्रमिकों और उद्यमियों के बीच गतिरोध। दो दिन से लगातार उत्पादन पड़ा है ठप। ...और पढ़ें

आगरा, जेएनएन। देशभर में कांच की क्रॉकरी और चूडिय़ां मुहैया कराने वाली कांच नगरी में इन दिनों इकाइयों में भट्ठियां ठंडी पड़ी हैं। मेहनताना बढ़ाने एवं जन सुविधाएं मुहैया कराने की मांग को लेकर कांच कारखानों में काम करने वाले श्रमिक दूसरे दिन गुरुवार को भी हड़ताल पर रहे। जिसके चलते कारखानों में उत्पादन का पहिया नहीं घूमा।
गुरुवार को सभी श्रमिक नगला भाऊ स्थित भूप ङ्क्षसह फार्म हाउस पर एकत्रित हुए और आगे की रणनीति बनाई। उनका कहना था कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगीं, तब तक कामबंद हड़ताल जारी रहेगी। राजा ताल स्थित तीन कारखानों में करीब 2500 श्रमिक काम करते हैं। बुधवार दोपहर दो बजे से तीनों फैक्ट्री में काम करने वाले सभी श्रमिक हड़ताल पर चले गए। श्रमिकों का कहना है कि न तो मजदूरी बढ़ाई जा रही न ही सुविधाओं पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रतिवर्ष मेहनताना में बढ़ोत्तरी होती थी, लेकिन पिछले दो वर्ष से बढ़ोत्तरी न कर श्रमिकों का आर्थिक उत्पीडऩ किया जा रहा है।
इसके अलावा किसी भी कारखाने में श्रमिकों के लिए बैठने के लिए उचित स्थान, शौचालय, स्वच्छ पानी की व्यवस्था नहीं है। इस संबंध में कई बार अवगत कराया, लेकिन मालिकों ने गंभीरता से नहीं लिया है। इस दौरान कन्हैया, संजीवन, अजय, दिलावर, कुलदीप, गगन, रहमत अली, संजय, विनोद, राजेंद्र, हरेंद्र, राकेश, सर्वेश, मंगल ङ्क्षसह, रामपाल, अरङ्क्षवद, ओमप्रकाश, धर्मपाल, राजू यादव, रामप्रकाश, आशीष, ङ्क्षटकू, बबलू, प्रदीप, सोनू सहित अन्य श्रमिकों ने रोष व्यक्त किया है।

चूड़ी जुड़ाई श्रमिकों की मांगों पर आज होगा विचार
मजदूरी में बढ़ोत्तरी सहित अन्य मांगों को लेकर चूड़ी जुड़ाई श्रमिक 15 अप्रैल से हड़ताल पर हैं। श्रमिक एवं सेवायोजक के मध्य सहायक श्रमायुक्त राजीव कुमार ङ्क्षसह ने 17 अप्रैल को वार्ता भी बुलाई थी, लेकिन वह बेनतीजा रही। चुनाव को देखते हुए सहायक श्रमायुक्त ने शुक्रवार को वार्ता रखी है। जिसमें कांच एवं चूड़ी उद्योग मजदूर संघ एवं द ग्लास इंडस्ट्रियल ङ्क्षसडीकेट के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
'कांच कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों एवं सेवायोजकों की वार्ता शनिवार को बुलाई गई है। दोनों पक्षों की बात सुनकर निर्णय लिया जाएगा। वहीं चूड़ी जुड़ाई श्रमिक एवं सेवाजक की वार्ता शुक्रवार को होगी'।
राजीव कुमार, सहायक श्रमायुक्त

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