Sawan Ka Somvar: पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर, सच्चे मन से मांगी मुराद होती है पूरी, शिव का भस्म से अभिषेक है खासियत
Agra Famous Shiv Mandir Sawan Ka Somvar Mela आगरा के शाहगंज स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में सावन के चौथे सोमवार को मेले का आयोजन किया जाता है। पृथ्वीनाथ मंदिर का इतिहास पृथ्वीराज चौहान से जुड़ा है। एक बार वे यहां आए थे और उन्होंने ही शिवलिंग की खोज की थी। तभी से इस मंदिर का नाम पृथ्वीनाथ मंदिर पड़ गया है।
आगरा, जागरण संवाददाता। पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर शाहगंज स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर शहर के चार प्रमुख शिवालयों में शामिल है। यहां सावन के चौथे सोमवार को मेला लगता है। सावन के चारों सोमवार और शिवरात्रि पर मंदिर में फूलबंगला सजता है। मंदिर में भस्म आरती भी होती है।
मंदिर का इतिहास
पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर 800 वर्ष से अधिक पुराना बताया जाता है। मान्यता है कि एक बार पृथ्वीराज चौहान यहां से गुजर रहे थे। तब यहां जंगल था। उन्होंने अपना घोड़ा यहां बांध दिया। कुछ ही देर में घोड़ा खुल गया। उन्होंने कई बार घोड़े को बांधा, लेकिन हर बार वह खुल जाता था। घोड़े को बांधने के लिए जगह ढूंढ़ते समय उन्हें शिवलिंग दिखा। पृथ्वीराज चौहान ने शिवलिंग के छोर को जानने के लिए खोदाई की, लेकिन उन्हें छोर नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने पूजा शुरू की। यहां मंदिर बनवाया गया। कालांतर में उन्हीं के नाम पर मंदिर का नाम पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर पड़ गया।
मंदिर की विशेषता
मंदिर में भगवान शिव का भस्म से अभिषेक किया जाता है। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से भक्त अगर कुछ मांगता है तो उसकी हर मुराद पूरी होती है। सावन के चौथे सोमवार को यहां दूर-दूर से श्रद्धालु भगवान शिव का अभिषेक करने आते हैं। पुरुषोत्तम मास होने से इस बार सावन में आठ सोमवार हैं। मंदिर में आठवें सोमवार को मेले का आयोजन होगा।
पृथ्वीनाथ महादेव, भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। -महंत अजय राजौरिया, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर की मान्यता दूर-दूर तक है। यहां शहर के साथ ही देहात क्षेत्र से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। सावन में तो मेले जैसा नजारा रहता है। -स्मृति गुप्ता, श्रद्धालु
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।