International Seminar: राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने चीन पर साधा निशाना, कहा विश्व के लिए खतरा है चीन
International Seminar हिमालय हिंद महासागर राष्ट्र समूह की आनलाइन आफलाइन सेमिनार की हुई शुरुआत। पहले सत्र के बाद मीडिया से रूबरू हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि सेमिनार का उद्देश्य है कि राष्ट्र समूह के 54 देशों में आपस में कोई विवाद की स्थिति पैदा न हो।
आगरा, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार का कहना था कि चीन पूरे विश्व के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है। वह दुनिया के जल सहित सभी स्रोतों पर कब्जा करना चाहता है। हिंद महासागर के माध्यम से होने वाले व्यवसाय पर उसकी नजर है। राष्ट्र समूह देशों के लिए वह मुश्किल खड़ी कर रहा है और अपनी विस्तारवादी नीति से धाक जमाना चाहता है। इसलिए सतर्क रहने की आवश्यकता है।
शमसाबाद रोड स्थित द सेनाभ्यास एजूकेशनल सेंटर में राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच द्वारा हिमालय हिंद महासागर राष्ट्र समूह देशों की दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय आनलाइन, आफलाइन सेमिनार का उद्घाटन शुक्रवार को हुआ। पहले सत्र के बाद मीडिया से रूबरू हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि सेमिनार का उद्देश्य है कि राष्ट्र समूह के 54 देशों में आपस में कोई विवाद की स्थिति पैदा न हो। इन सभी देशों में व्यावसायिक, उद्योग, सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से आपस में समानता है। हमारा प्रयास है कि अापसी संबंधों को और मजबूत बनाया जाए। व्यवसाय से एक दूसरे से जुड़े और विकास हो। गत वर्ष से इस प्रयास की शुरुआत हुई है, जिसके बाद संबंधित देशों में चर्चा शुरू हुई है। इसके सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
अभिव्यक्ति की आजादी, अराजकता की नहीं
गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसान आंदोलन की आड़ में हुई हिंसा पर इंद्रेश कुमार का कहना था कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी है, लेकिन अराजकता करना गलत है। सरकार इस पर सही निर्णय ले रही है। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बिना नाम लिए कहा कि जो लोग हिंसा फैलाने वालों के समर्थन में बोल रहे हैं, जनता उन्हें सबक सिखा चुकी है। आगे भी सबक सिखाएगी। ये हमारे देश का दुर्भाग्य है कि ये वे लोग हैं, जब चीन, पाकिस्तान जैसे देश कोई दुष्ट हरकत करते हैं तो ये सेना और अपनी सरकार पर ही सवाल खड़े करने लगते हैं।
पहले सत्र बुलाने की थी जिद, फिर बहिष्कार
विपक्ष द्वारा राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि ये वही लोग हैं, जो पहले सत्र बुलाने की मांग कर रहे थे। उसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार पूरे देश का अपमान है।