Palace on Wheels: दो साल बाद सफर पर निकलेगी शाही ट्रेन, सात रात और आठ दिनों का होगा है ये राजसी टूर
Palace on Wheels 18 अक्टूबर को ताजनगरी आएगी शाही ट्रेन। दो साल बाद 12 अक्टूबर को दिल्ली से होगी रवाना सात रात और आठ दिनों का होगा है टूर। ट्रेन में हाेंगे 14 कोच हर कोच में होगी भरपूर सुविधाएं।

आगरा, अमित दीक्षित। चालीस साल पूर्व शुरू हुई पैलेस आन व्हील्स (शाही ट्रेन) अपने सफर के लिए फिर से तैयार हो गई है। कोविड संक्रमण के चलते दो साल यह ट्रेन नहीं चली थी। 12 अक्टूबर को शाही ट्रेन दिल्ली से रवाना होगी। सात रात और आठ दिन का टूर करेगी। ट्रेन 18 अक्टूबर की सुबह ताजनगरी पहुंचेगी और यहां पर तीन से पांच घंटे तक रहेगी, फिर यह दिल्ली के लिए रवाना होगी।
राजस्थान टूरिज्म डेवलमेंट कारपोरेशन और भारतीय रेलवे ने 26 जनवरी 1982 को पैलेस आन व्हील्स ट्रेन शुरू की थी। यह ट्रेन दिल्ली से जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर होते हुए आगरा पहुंचती है। यहां से दिल्ली के लिए रवाना होती है। शाही ट्रेन में 14 कोच होते हैं जिसमें बार से लेकर स्पा सहित अन्य सुविधाएं होती हैं। दो श्रेणी के केबिन होते हैं जिसमें डीलेक्स केबिन और सुपर डीलेक्स केबिन शामिल हैं।
पैलेस ऑन व्हील्स के अंदर बने सुइट।
ये होती हैं सुविधाएं
- इनडोर गेम्स : इसमें कैरेम बोर्ड, चेस, चाइनीज चेकर्स, प्लेइंग कार्ड, क्रासवर्ल्ड पजल प्रमुख रूप से शामिल हैं।
- यात्रियों को पूरी ट्रेन में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा मिलती है। यहां तक मुफ्त में लैपटाप भी उपलब्ध कराया जाता है।
- मेडिकल एड : ट्रेन में डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ की टीम होती है।
- व्हीलचेयर असिस्टेंट : ऐसी यात्री जिन्हें चलने में दिक्कत होती है। उन्हें व्हीलचेयर भी उपलब्ध कराई जाती है।
- ट्रेन में सुरक्षा और संरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाते हैं।
ये हैं कोच के नाम
अलवर सैलून, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, धौलपुर, डूंगरगृह, जैसलमेर, झालावार, जयपुर, जोधपुर, किशनगढ़, कोटा, सिरोही और उदयपुर।
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