मथुरा में डेंगू− मलेरिया की रोकथाम करेंगी गंबूजिया मछली, बरेली से लाई गईं एक लाख, पढ़ें क्या इनकी खास बात
मच्छरों के लारवा को खाकर डेंगू-मलेरिया को रोकने में मदद करेंगी मछलियां। मच्छरों के लार्वा पैदा हाने वाले तालाब-पोखर व अन्यत्र स्थानों पर छोड़ा जाएगा ...और पढ़ें

आगरा, जागरण टीम। मथुरा जिले में डेंगू मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम द्वारा बदायूं से एक लाख गंबूजिया मछली मंगाई गई हैं। इन मछलियों का प्रयोग बरसात के दौरान बढ़ने वाली मच्छरों की संख्या को रोकने के लिए किया जाएगा। ये मछलियां मच्छरों के लारवा को खाकर डेंगू-मलेरिया को रोकने में मदद करेंगी।
नगर आयुक्त अनुनय झा की अध्यक्षता व सीएमओ डा. एके वर्मा की मौजूदगी में में गुरुवार को हुई बैठक में जिले में मच्छर के लार्वा को खाने वाली गंबूजिया मछली पालन को लेकर विचार-विमर्श किया गया था। बरसात के सीजन में मच्छरों की बढोतरी होने पर इसके नियंत्रण के लिए तालाबों और पोखरों में डालने पर भी सहमति बनी। इसके लिए सहायक निदेशक मत्स्य डा. महेश चौहान से वार्ता की गई तो उन्हाेंने अड़ींग गांव के पास प्राइवेट मछली पालन का कार्य करने वाले विक्रम सिंह का नाम सुझाया। विक्रम सिंह ने गंबूजिया मछली के लिए अलग से एक तालाब की व्यवस्था की। तालाब में पानी भरा गया और इसके तैयार होने के बाद सीएमओ डा. एके वर्मा ने बदायूं में गंबूजिया मछली पालने वालों से वार्ता कर मछली भेजे जाने की मांग की। गुरुवार को वाहन चालक कल्पेश के साथ टीम बदायूं भेजी गई, जहां से एक लाख गंबूजिया मछली मथुरा लाई गई। जिला मलेरिया अधिकारी आरके सिंह द्वारा अपनी टीम के साथ इन मछलियों को अडींग में विक्रम सिंह द्वारा पूर्व से निर्धारित तालाब में डाला गया। यहां इनकी प्रजनन क्षमता बढ़ाई जाएगी। बाद में इसे आवश्यकतानुसार मच्छरों के लार्वा पैदा हाने वाले तालाब-पोखर व अन्यत्र स्थानों पर छोड़ा जाएगा, जिससे यह मच्छरों के लार्वा को खाकर इनकी आबादी को नियंत्रित करेगी और मच्छर जनित बीमारियों पर नियंत्रण हो सकेगा।

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