Banke Bihari मंदिर जाने का बना रहे हैं प्लान तो नई व्यवस्था पर दें ध्यान, बदल गया है आने जाने का रास्ता
Banke Bihari Vrindavan अब श्रद्धालु वन-वे रूट से ही आएंगे बांकेबिहारी मंदिर। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर मंगला आरती में हुई दर्दनाक घटना के बाद भी श्रद्धाल ...और पढ़ें

आगरा, जागरण टीम। ठा. बांकेबिहारी मंदिर में व्यवस्था बनाने में जुटे जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए वन-वे रूट की व्यवस्था की है। जिस रास्ते पर श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रहेगी, उस रास्ते पर श्रद्धालुओं को रोक-रोक की मंदिर में प्रवेश मिलेगा। ताकि भीड़ में अव्यवस्थाओं का सामना न करना पड़े। ऐसे में जिस रास्ते से श्रद्धालु मंदिर की ओर प्रस्थान करेंगे, उस रास्ते से लौटेंगे नहीं। जब श्रद्धालुओं का आमना-सामना नहीं होगा, तो व्यवस्था में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा।
ठा. बांकेबिहारी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर मंगला आरती में हुई दर्दनाक घटना के बाद भी श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट नजर नहीं आ रही है। मंदिर और जिला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहूलियत के लिए नित नए नियम बना रहा है। ताकि श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर दर्शन में सहूलियत मिल सके। प्रशासन ने वीआइपी को भी मंदिर के गेट संख्या दो से श्रद्धालुओं के साथ प्रवेश कराने की बात कही है।
ये रहेगी व्यवस्था
वीआइपी मार्ग पर जादौन पार्किंग में अपने वाहन खड़े कर श्रद्धालु जंगलकट्टी, दाऊजी तिराहा होकर मंदिर के गेट संख्या दो में प्रवेश करेंगे और गेट संख्या एक से निकलकर वीआइपी मार्ग होते हुए जादौन पार्किंग पहुंचेंगे। ऐसे में वीआइपी मार्ग से मंदिर परिक्रमा की ओर भी बैरीकेडिंग की जाएगी। ताकि श्रद्धालु परिक्रमा के रास्ते होकर मंदिर के गेट संख्या एक पर न पहुंच सकें। इसी तरह पुलिस चौकी के सामने गली में होकर प्रवेश करने वाले श्रद्धालु गेट संख्या चार से निकलकर सनेह बिहारी मंदिर होते हुए पुन: बिहारीजी पुलिस चौकी अथवा विद्यापीठ की ओर रवाना होंगे। ऐसे में श्रद्धालुओं का आमना सामना नहीं होगा।
मंदिर के क्लार्करूम में श्रद्धालु उतारेंगे जूते चप्पल
मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए विद्यापीठ चौराहा, हरिनिकुंज, वीआइपी मार्ग पर क्लार्करूम बनवाए हैं। यहां श्रद्धालु अपने जूते अथवा सामान रखकर ही मंदिर की ओर आगे बढ़ेंगे। लौटकर यहां से जूते-चप्पल अथवा अपना सामान उठा सकेंगे।
ठा. बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहूलियत के लिए वाहनों की पार्किंग के समीप से ही मंदिर पहुंचने और लौटने के लिए अलग-अलग रास्ते तय किए हैं। जो रास्ते आपस में मिलते हैं, वहां बैरीकेडिंग कर दी गई है। ताकि श्रद्धालु वन-वे रूट का पालन कर सकें।
-अभिषेक यादव, एसएसपी।

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