सुनो सरकार, फिरोजाबाद में स्वजनों से कहा जा रहा पोस्टमार्टम कराना है तो लेकर आओ कपड़े और ब्लेड
सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए लगातार काम कर रही है वहीं फिरोजाबाद में पोस्ट मार्टम तक के लिए जरूरी सामान नहीं है। कई महीने से पोस्टमार्टम गृह पर नहीं है कपड़ा और पालीथिन। स्वजन लाते हैं सामान खरीद कर फिर होता है पोस्टमार्टम।

आगरा, जागरण टीम। फिरोजाबाद जिले सिरसागंज के गांव बाछेमई निवासी 40 वर्षीय किसान ज्ञानेंद्र यादव की रविवार देर शाम करंट लगने से मौत हो गई थी। सोमवार सुबह शव का पोस्टमार्टम करने से पहले कर्मचारियों ने ज्ञानेंद्र के स्वजन से सर्जिकल ब्लेड, शव ले जाने के लिए कपड़ा और पालीथिन खरीद कर लाने को कहा। ब्लेड लाने के बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया।
यह अकेला मामला नहीं है। मरने वाले हर व्यक्ति के स्वजन को ये सामान खरीद कर पोस्टमार्टम गृह के कर्मचारियों को देना पड़ता है। पोस्टमार्टम गृह पर सर्जिकल ब्लेड, कपड़े और पालीथिन का होना जरूरी है। ताकि शव ले जाने में स्वजन को दिक्कत नहीं आए। कपड़ा और पालीथिन की व्यवस्था संबंधित थाना स्तर से तथा सर्जिकल ब्लेड सीएमओ कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराने की सरकारी व्यवस्था है। कपड़ा और पालीथिन कई महीने से पोस्टमार्टम गृह पर उपलब्ध नहीं है, अब सर्जिकल ब्लेड भी समाप्त हो गया है। शव का पोस्टमार्टम करने से पहले कर्मचारी इन सामानों को मृतक के स्वजन से खरीद कर मंगाने को विवश हैं।
लावारिस शवों के लिए इन सामानाें की व्यवस्था संबंधित थाने की पुलिस करती है। रोजाना औसतन दो शवों का पोस्टमार्टम किया जाता है। सीएमओ डा. दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि सर्जिकल ब्लेड समाप्त होने की जानकारी उन्हें नहीं दी गई है। बुधवार को उसे उपलब्ध करा दिया जाएगा। वहीं पालीथिन और कपड़े उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी पुलिस की है।
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