Taj Mahal के शहर में मनाइए नए साल का जश्न, होटल इंडस्ट्री ने कर रखी है तैयारी
आगरा में पर्यटन सीजन अक्टूबर से शुरू होकर नवंबर में शादियों के साथ खूब चला। दिसंबर में खरमास लगने से शुभ कार्य रुक जाएंगे, इसलिए पर्यटन कारोबारियों को नए साल से उम्मीदें हैं। 20 दिसंबर से एनआरआई पर्यटकों के आने से ताजमहल पर भीड़ बढ़ेगी। नवंबर में शुभ मुहूर्त में होटलों का किराया सामान्य से अधिक रहा, जिससे पर्यटकों को परेशानी हुई। अब होटल व्यवसायी स्थिति को सामान्य बता रहे हैं।

ताजमहल।
जागरण संवाददाता, आगरा। शहर में अक्टूबर से शुरू हुए पर्यटन सीजन को नवंबर में सहालग का खूब साथ मिला। डेस्टिनेशन वेडिंग के बढ़ते प्रचलन से शुभ मुहूर्त की तिथियों में होटलों में खूब धूम-धड़ाका हुआ।
दिसंबर में साया कम है और 16 दिसंबर से खरमास शुरू होने से शुभ कार्य रुक जाएंगे। इसके बाद फरवरी में शादियां शुरू होंगी। इसे देखते हुए पर्यटन कारोबारियों ने न्यू ईयर से बड़ी आस लगा रखी है। इसके लिए होटलों में तैयारियां चल रही हैं।
20 दिसंबर से पांच जनवरी के मध्य अप्रवासी भारतीयों (एनआरआइ) का मूवमेंट बढ़ने से ताजमहल पर पर्यटक उमड़ते हैं। आगरा में मौसम अनुकूल होने से अक्टूबर से मार्च तक पर्यटन सीजन रहता है।
इस समयावधि में यहां भारतीय पर्यटकों के साथ ही विदेशी पर्यटक भी अच्छी संख्या में आते हैं। नवंबर में 18, 22, 23, 24, 25 को शुभ मुहूर्त रहा। अभी 26, 27, 29 व 30 नवंबर को शुभ मुहूर्त हैं।
दिसंबर में 4, 10 और 11 को शुभ मुहूर्त हैं। 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा। इस दौरान शुभ काम नहीं होंगे। इसके बाद फरवरी में शादियां शुरू होंगी। साया की तिथियों में होटलों में कमरे का किराया सामान्य से डेढ़ से दो गुणा तक रहा।
शादियों की बुकिंग होने से पर्यटकों को सितारा होटलों में या तो कमरे मिले नहीं या महंगे मिले, जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा।
इंडियन एसोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स के नोर्दन रीजन के चेयरमैन सुनील गुप्ता कहते हैं, शहर में कई बड़े होटल खुल गए हैं, जिससे पर्यटकों के लिए कमरों की कमी नहीं होती है। 22 नवंबर को बड़ा सहालग होने से समस्या हुई थी। अब स्थिति सामान्य है।
20 दिसंबर से पांच जनवरी के मध्य न्यू ईयर पर पर्यटकों के अधिक संख्या में आने की स्थिति और फरवरी में सहालग होने से समस्या हो सकती है।
वहीं ली पैसेज टू इंडिया के उपाध्यक्ष राजेश शर्मा का कहना है, सहालग में आगरा ही नहीं, उदयपुर, जयपुर, जोधपुर में सितारा होटलों में कमरों की अनुपलब्धता रही। कमरों का किराया डेढ़ से दो गुणा तक अधिक था।
नवंबर में पर्यटकों को होटल के कमरों का किराया अधिक होने से टूर पैकेज महंगे होने का हवाला देते हुए दिसंबर में यात्रा का सुझाव दिया।

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