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    ब्लड प्रेशर की नई गाइडलाइन जारी: शुगर किडनी मरीजों के कारण सामान्य माप बदली, एआई से 24 घंटे जांच

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 02:26 PM (IST)

    सोसायटी फार द स्टडी ऑफ हाइपरटेंशन इन इंडिया ने ब्लड प्रेशर की नई गाइडलाइन जारी की है। अब सामान्य ब्लड प्रेशर 130/80 माना जाएगा। एआई की मदद से 24 घंटे की मॉनिटरिंग के बाद इलाज होगा। शहरी क्षेत्र में हर चौथा व्यक्ति हाइपरटेंशन से पीड़ित है। अत्यधिक तनाव और गलत खानपान से ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है।

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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, आगरा। गुर्दा, दिल के रोगी और ब्रेन स्ट्रोक के केस बढ़ने पर ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) की रिसर्च सोसायटी फार द स्टडी ऑफ हाइपरटेंशन इन इंडिया (आरएसएसएचआई ) ने नई गाइड लाइन जारी की है।

    अब 140 बाई 90 की जगह 130 बाई 80 को सामान्य ब्लड प्रेशर माना जाएगा। साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की मदद से बीपी की जांच के लिए काफ में कफ बांधकर 24 घंटे के ब्लड प्रेशर का औसत लेकर इलाज किया जाएगा।

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    शुक्रवार से होटल डबल ट्री बाई हिल्टन में शुरू हुई तीन दिवसीय आरएसएसएचआई की कार्यशाला में हाइपरटेंशन से होने वाली बीमारियां और उसके बचाव पर चर्चा की गई।

     कार्यशाला में नई गाइड लाइन 

    जेरियाट्रिक सोसाइटी आफ इंडिया के अध्यक्ष डॉक्टर अतुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि अभी तक सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 140 और डायस्टोलिक 90 सामान्य माना जाता था। मगर, जिस तरह से युवाओं से लेकर बुजुर्गों में गुर्दा, ह्दय रोग, ब्रेन स्ट्रोक के साथ ही हाई ब्लड प्रेशर से आंखों को नुकसान पहुंच रहा है, आरएसएसएचआइ ने ब्लड प्रेशर की नई गाइडलाइन जारी की हैं।

    अब सामान्य ब्लड प्रेशर 130 बाई 80 है। इससे ज्यादा हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) माना जाएगा। साथ ही ब्लड प्रेशर 24 घंटे में कई बार बदलता है, इसलिए एक बार की ब्लड प्रेशर की रीडिंग की जगह एआइ की मदद से एम्बूलेटरी बीपी मानिटरिंग (24 घंटे की ब्लड प्रेशर की जांच ) की रीडिंग का औसत देखा निकाला जाएगा। किस समय ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है इसे देखने के बाद ब्लड प्रेशर की दवा दी जाए।

    करीब 250 डॉक्टर हुए शामिल

    सोसाइटी के चेयरमैन डॉक्टर सीआर रावत ने बताया पहले दिन हाइपरटेंशन से होने वाली बीमारियों पर चर्चा की गई। उत्तर प्रदेश, उतराखंड, दिल्ली, मध्यप्रदेश सहित देश भर से 250 डाक्टर शामिल हुए। पद्मश्री डॉक्टर डीके हाजरा, डॉ. बीके जैन, डॉ. एएस सचान, डॉ. एमएम सिंह, डॉ. सुनील बंसल, डॉ. शरद पालीवाल, डॉ. चंदन कुमार, डॉ. केके बसंतानी, डॉ. करन रावत आदि मौजूद रहे।

    हर चौथे व्यक्ति को हाइपरटेंशन, फेफड़े, गुर्दे, घुटने की भी हाइपरटेंशन

    कार्यशाला में पेश की गई रिपोट के अनुसार, शहरी क्षेत्र में हर चौथा और पांचवां व्यक्ति और वहीं ग्रामीण क्षेत्र में हर पांचवां और छठवां व्यक्ति हाइपरटेंशन पीड़ित है। फेफड़े, गुर्दे, घुटने में भी हाइपरटेंशन की समस्या से नुकसान हो रहा है।

    कार्यशाला में एपिडमाईलाजी आफ हाइपरटेंशन पर डा. मौहम्मद जावेद, द आर्ट ऑफ मेजरिंग ब्लड शुगर पर डॉ. राहुल वर्मा, एम्बूलेटरी एंड होम ब्लड प्रैशर मॉनिटरिंग पर डॉ. अमित कांत ने व्याख्यान दिया। डॉ. अभिनव पंड़ित ने अल्ट्रासाउंड में हाइपरटेंशन, डॉ. राहुल निझारा, डॉ. रजत रावत ने विचार रखे।

    ईश गाइडलाईन पर डॉ. वरून गुप्ता, रीसेंट गाइडलाइन फार हाइपरटेंशन मैनेजमेंट, एमएक्स आफ पुलमोंन्टरी अरटेरियल हाईपरटेंशन पर डा. अनुभव कपूर, नैचुरल हाईपरटेंशन पर डॉ. राजीव किशोर, आर्थो हाईपोटेंशन पर डॉ. राहुल गर्ग एवं बुजुर्ग मरीजों में हाइपरटेंशन पर चर्चा की गई।

    इसलिए बढ़ रहा ब्लड प्रेशर

    अत्यधिक तनाव, फास्ट फूड का सेवन, घंटों कुर्सी पर बैठे रहने और नमक का ज्यादा सेवन

    जिन लोगों के परिवार में ब्लड प्रेशर के मरीज हैं उन्हें हाइपरटेंशन होने का खतरा ज्यादा

    नियमित व्यायाम ना करने और मोटापा से भी बढ़ रहा ब्लड प्रेशर