Fraud: सरकारी नौकरी के नाम पर ढाई साल में कई राज्यों के 500 युवाओं को लगाया 50 लाख का चूना
Fraud ओएलएक्स पर देते थे पब्लिक सेक्टर में नौकरी का विज्ञापन। साइबर सेल और जगदीशपुरा पुलिस ने गैंग के सरगना समेत दो किए गिरफ्तार। ठगी का शिकार होने पर मुरादाबाद के लोगों ने की थी शिकायत। एसएसपी के निर्देश पर आगरा टीम ने की कार्रवाई।
आगरा, जागरण संवाददाता। ओएलएक्स पर पब्लिक सेक्टर में नौकरी का विज्ञापन देकर शातिर युवाओं को जाल में फंसा लेते थे। इसके बाद ठगी कर लेते थे। सोमवार को जगदीशपुरा पुलिस और साइबर सेल की टीम ने गैंग के सरगना समेत दो को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, यह गैंग ढाई वर्ष में 500 युवाओं से करीब पचास लाख रुपये की ठगी कर चुका है। चार माह से यह गैंग आगरा में रहकर काम कर रहा था। अब काल सेंटर खोलने की तैयारी थी। गैंग की ठगी का शिकार हुए मुरादाबाद के लोगों ने इसकी शिकायत की थी। इसके बाद एसएसपी बबलू कुमार ने साइबर सेल को कार्रवाई के निर्देश दिए।
जगदीशपुरा पुलिस की मदद से साइबर सेल की टीम ने सोमवार को आवास विकास कालोनी के सेक्टर छह से गैंग के सरगना धौलपुर के मनियां निवासी नरेश सिंह राजपूत और उसके साथी संत कबीर नगर में बरगदमा खुर्द गांव निवासी अमरेंद्र कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आवास विकास कॉलोनी में किराए पर रहते थे। आरोपित ओएलएक्स पर आईडी बनाकर विज्ञापन देते थे। इसमें मोबाइल नंबर लिख देते थे। जो लोग काल करते थे, उनको पीएसयू में नौकरी की बात कहते थे। पंजीकरण और प्रशिक्षण शुल्क के नाम पर 15 से 35 हजार रुपये खातों में आनलाइन ट्रांसफर कराते थे। एटीएम के माध्यम से रकम निकाल लेते थे। आरोपितों ने फर्जी कागजात लगाकर बैंक खाते खाते खुलवाए और सिम कार्ड खरीदे थे। गैंग दो साल से धौलपुर में रहकर काम कर रहा था। जून में आगरा में आ गया। जगदीशपुरा में काल सेंंटर खोलने की तैयारी थी। उनके खाते पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी बैंक, केनरा, सिंडीकेट, बैंक आफ बड़ौदा में हैं। गैंग के सरगना नरेश ने पूछताछ में बताया कि वह उत्तर प्रदेश के आगरा, मुरादाबाद, मैनपुरी, बिजनौर, बिहार, दिल्ली, झारखंड, महाराष्ट्र, कन्याकुमारी, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के युुवाओं से ठगी कर चुका है। पुलिस अभी बरामद लैपटाप की जांच कर रही है।
ये हुई बरामदगी
4500 रुपये, एक लैपटाप, तीन मोबाइल, चार सिम, सात एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड, एक पेन कार्ड, चार पासबुक, तीन चेक बुक, दो रजिस्टर, साथ शपथ पत्र, सात त्याग पत्र, दो प्रोत्साहन पत्र, दो नियुक्ति पत्र बरामद किए गए हैं। लैपटॉप में 60 से 70 नियुक्ति पत्र बने हुए मिले हैं।
इन कंपनियों में नौकरी का देते थे झांसा
अमूल, इंडिगो, जिओ, महिंद्रा, मदर डेयरी, स्पाइसजेट, टाटा मोटर्स, भेल, एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया।
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